प्लास्टिक के उपयोग को कम के लिए बांस बेहतर विकल्प
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि के वानिकी विभाग के छात्र-छात्राओं को औषधीय पौधा बांस के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस मौके पर स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एलाइड साइंस के डीन प्रो. अजीत नेगी ने छात्रों को बांस उगाने से लेकर उसकी कटाई की प्रक्रिया के साथ ही बांस के अचार, सब्जी, पाउडर और मुरब्बे की व्यंजन विधि, प्रोसेसिंग और मार्केटिंग के बारे में बताया।
डा. नेगी ने कहा कि बांस आजीविका बढ़ाने का उत्तम साधन है। प्रो. नेगी ने कहा कि अभी हाल ही में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बांस योजना की भी शुरुआत की गई है। प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए भी बांस एक अच्छा उपाय है। उन्होंने बताया कि अच्छे मानसून मौसम में बांस में काफी कोपलें निकलती हैं जिसके चलते उनकी वृद्धि के आकार, रूप, दिशा को नियंत्रित करना और उनका प्रबंधन बहुत जरूरी हो जाता है। जिसके लिए उनकी छंटाई की जाती है। इस मौके पर हरितिका, सोनाली पंवार, निशा, आयुषी, करिश्मा, स्मृति, डोमा, सोनू, आनंद, संदीप, सोनाली सेमवाल आदि छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। (एजेंसी)