बंगाल में भाजपा की परिवर्तन यात्रा को नड्डा ने दिखाई हरी झंडी, बोले-ममता दीदी ने मां-माटी-मानुष की कद्र नहीं की
कोलकाता, एजेंसी। बंगाल में ममता सरकार को सत्ता से उखाड़ देंकने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा इकाई ने परिवर्तन यात्रा शुरू की है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नदिया जिले के नवद्वीप से शनिवार शाम परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर लोगों का महाहुजूम उमड़ा पड़ा था। परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले नड्डा ने यहां एक रैली को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंगाल की जनता ने परिवर्तन तय कर लिया है। 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद बंगाल से तृणमूल कांग्रेस का जाना और भाजपा का आना तय है।
नड्डा ने कहा कि ममता दीदी ने परिवर्तन का नारा और मां, माटी, मानुष की शपथ ले 10 साल पहले सत्ता में आई थी। लेकिन, पिछले 10 साल में मां को लूट लिया, माटी का अनादर किया गया और मानुष की रक्षा नहीं की गई।
नड्डा ने कहा कि बंगाल में मां, माटी व मानुष की जगह टोलाबाजी, तुष्टीकरण और तानाशाही ने लिया है। इसलिए भाजपा ने तय किया है कि परिवर्तन यात्रा के माध्यम से बंगाल की जनता को जगाएंगे, उनको तृणमूल सरकार के कारनामे बताएंगे। उन्होंने साथ ही कहा कि मुझे तो लगता है कि अब बंगाल की जनता जाग चुकी है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बंगाल में भी परिवर्तन का समय आ गया है। यहां भी सुशासन आएगा। ममता सरकार ने यहां भ्रष्टाचार को संस्थागत बना दिया है। प्रशासन का राजनीतिकरण कर दिया गया है पुलिस का इस्तेमाल क्रिमिनल एक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इन सब पर रोक लगाई जाएगी।
नड्डा ने कहा कि बंगाल की संस्ति को ममता बनर्जी नहीं संभाल सकती। इसकी रक्षा सिर्फ भाजपा के कार्यकर्ता करेंगे। ममता जिस तरह मेरे नाम के आगे विशेषण लगाती हैं, वो बताता है कि आपने बंगाल की संस्ति का निरादर किया है। नड्डा ने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद पूरे देश में महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार बंगाल में होता है। दुष्कर्म और घरेलू हिंसा की सबसे ज्यादा वारदातें यहां होती हैं। यहां की मुख्यमंत्री एक महिला हैं, फिर भी अगर यहां महिलाओं की इज्जत ना हो तो राज्य को परिवर्तन की जरूरत है।
नड्डा ने आगे कहा कि ममता सरकार विकास की राह में रोड़ा है। इसके जाने से बंगाल का विकास होगा। ममता राज में जब मेरे ऊपर हमला हो सकता है तो आम आदमी की क्या हालत होगी, इसे बखूबी समझा जा सकता है।
नड्डा ने आगे कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को याद किया तो ममता दीदी परेशान हो गईं। मैं यह पूछता हूं कि इतने दिनों तक दीदी ने नेताजी को क्यों नहीं याद किया।
इससे पहले नड्डा के मालदा जिले में रोड शो का नेतृत्व किया जिसमें लोगों का महाहुजूम उमड़ा पड़ा। रोड शो के दौरान नड्डा ने कहा, जो हर्षोल्लास मैं देख रहा हूं वो बताता है कि मोदी जी के काम जो उन्होंने किए हैं और जो उन्होंने बंगाल को देने का प्रयास किया है, जिसे ममता जी ने रोकने का काम किया है। जनता त्रस्त और दुखी है।
नड्डा ने रोड शो से पहले मालदा के शाहपुर गांव में षक सुरक्षा सह भोज में भी हिस्सा लिया और इसके बाद किसानों को संबोधित भी किया। नड्डा ने कहा, ममता बनर्जी ने जिद और ईगो के कारण पीएम किसान सम्मान कार्यक्रम को लागू नहीं होने दिया। हमारे बंगाल के 70 लाख किसान 14,000 रुपये से सहयोग से वंचित रहे। जब 25 लाख किसानों ने केंद्र को खुद अर्जी भेज दी तो कहती हैं कि मैं भी लागू करूंगी लेकिन अब पछताए होत क्या जब चिडिया चुग गई खेत।
नड्डा ने कहा, जब हम बोलते हैं तो सामने से नारे लगते हैं जय श्रीराम। जब मैं यहां आया तो हेलीपैड से सारे रास्ते मैं हाथ हिलाता था तो उधर से कहते थे जय श्रीराम और ममता दी को जय श्रीराम से इतना गुस्सा क्यों आता है। किसानों की सेवा की होती तो ये दिन देखने को नहीं मिलती। नड्डा ने कहा कि बंगाल के किसान-मजबूर आघ्थक दृष्टि से कमजोर हैं।