उत्तराखंड

निजी स्कूलों में फीस वृद्घि के खिलाफ बार संघ ने दिया धरना

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पिथौरागढ़। सीमांत में निजी स्कूलों के खिलाफ बार संघ ने धरना दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि शिक्षा को कारोबार बना दिया है। उन्होंने स्कूली बसों के संचालन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि निर्धारित सीटों से अधिक बच्चे बैठाए जाते हैं। मंगलवार को नगर के गांधी चौक में बार संघ अध्यक्ष मोहन चंद्र भट्ट के नेतृत्व में अधिवक्ता एकत्र होकर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया धरने में बैठ गए। बार संघ अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि रिएडमिशन, मेटिरियल, मेंटिनेंस, फीस वापस के नाम अभिभावकों पर बोझ डालना सरासर गलत है। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने रिएडमिशन व्यवस्था समाप्त करने, डोनेशन प्रकिया बंद होनी चाहिए। कहा कि जब सरकार एनसीआरटी की किताबें लागू करने की बात कह रही है तो फिर क्यों अतिरिक्त अभिभावकों से अतिरिक्त किताबें मंगाई जा रही है। इसके अलावा उन्होंने स्कूल बसों का भी पारदर्शिता के साथ संचालन करने को कहा। कहा कि 20 सीटर बस में 30 से अधिक बच्चे बैठाए जाते हैं। यहां तक कई चालक तो शराब के नशे में बसें संचालित करते हैं। यह बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। स्कूल प्रबंधकों को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए। भट्ट ने कहा कि इस संबंध में शीघ्र ही मुख्य शिक्षा अधिकारी से वार्ता की जाएगी।
ये रहे शामिल- बार संघ के उपाध्यक्ष अनिल रौतेला, अधिवक्ता आलोक चौधरी, कैलाश जोशी, विक्रांत पुनेड़ा, आईबी पंत, गोंविद धामी, सुधीर चौहान ।

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