भोलानन्द संन्यास आश्रम में बनेगा संग्रहालय
हरिद्वार। श्री श्री भोलानन्द संन्यास आश्रम की वार्षिक बैठक में आश्रम और आश्रम से जुड़ी संस्थाओं के विकास के लिए कई प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में आश्रम के संतों से जुड़ी स्मृतियों को संजोने के लिए संग्रहालय स्थापित किए जाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
बैठक की जानकारी देते हुए सचिव गोपालानंद गिरी ने बताया कि कोविड से उत्पन्न हुए हालातों की वजह से संस्था को भारी आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बैठक में इससे उबरने के लिए विचार मंथन के अलावा आश्रम के संस्थापक स्वामी भोलानन्द द्वारा स्थापित सौ वर्ष से भी अधिक प्राचीन संघवेद विद्यालय के जीर्णोद्घार तथा संचालन के लिए तीन सदस्यों की समिति गठित करने का फैसला किया गया। समिति की रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय का सुधार कर गुरुकुल पद्घति पर आधारित संस्ति शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाया जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव संग्रहालय की स्थापना से संबंधित हैं। संग्रहालय की स्थापना कर इसमें आश्रम के संतों से जुड़ी वस्तुओं तथा आश्रम के इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा। जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्घालु आश्रम व इससे जुड़ी विरासत के विषय में जान सकें। बैठक में कोषाध्यक्ष निर्मलेन्दु सरस्वती ने आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया। बैठक की अध्यक्षता आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर तेजसानन्द गिरी ने की। बैठक में सहसचिव सुप्रकाशानन्द, कोषाध्यक्ष स्वामी निर्मलेन्दु सरस्वती, परिचालन समिति के सदस्य स्वामी सच्चिदानन्द, स्वामी विप्रानन्द, स्वामी मेघानंद आदि शामिल रहे।