कोटद्वार में खुले में फेंका जा रहा बायो वेस्ट मेडिकल सामग्री, प्रशासन मौन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पौड़ी जिले में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में रोज कोरोना संक्रमित मिल रहे है, लेकिन इसके बावजूद भी लापरवाही बरती जा रही है। आलम यह है कि कोटद्वार में खुले में ही सड़क किनारे कोविड मेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। जिससे क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है, लेकिन स्थानीय प्रशासन कार्यवाही करने के बजाय मूक दर्शक बना हुआ है।
देवी मंदिर रोड तिराहे पर स्थित एक निजी अस्पताल को स्थानीय प्रशासन ने करीब एक माह पहले कोविड आईसीयू अस्पताल बनाया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अस्पताल नियमों का पालन नहीं कर रहा है। कोरोना के मरीजों का वेस्ट मटेरियल को अस्पताल प्रबंधन खुले में फेंक रहा है। जिससे आम जनता में कोरोना संक्रमण फैलने का भय बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम व स्थानीय प्रशासन को इसकी शिकायत की, लेकिन मामले पर नगर निगम अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। ज्ञातव्य हो कि देवी मंदिर तिराहे पर सहकारी समिति सुखरौ कार्यालय, दो बैंक, दर्जनों दुकानें व आसपास घनी आबादी में हजारों लोग निवास करते हैं, जबकि तिराहे पर आम जनता लगातार आवाजाही करती है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के इस विकट समय में हजारों लोगों की जान जोखिम में डालने वाले इस अस्पताल पर आखिर कब कार्रवाई होगी यह सवाल लोगों के मन में उठ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक ओर तो नगर निगम द्वारा कोरोना महामारी के दौरान सफाई पर विशेष ध्यान देने का संदेश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सड़क किनारे निजी अस्पताल द्वारा बायो वेस्ट मेडिकल सामग्री फेंकी जा रही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
नगर निगम कोटद्वार के नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर सफाई निरीक्षक को मौके पर भेजकर रिपोर्ट देने को कहा गया था। सफाई निरीक्षक की रिपोर्ट के अनुसार देवी मंदिर के पास स्थित माँ कामाख्या हास्टिपल द्वारा सड़क किनारे बायो मेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। नगर आयुक्त ने बताया कि सोमवार को माँ कामाख्या हास्टिपल को नोटिस भेजा जायेगा। नोटिस का उचित जवाब न देने पर हास्टिपल के खिलाफ बायो वेस्ट मेडिकल मैनेजमेंट एक्ट 2016 के तहत कार्यवाही की जायेगी।