राहुल गांधी के सूरत कोर्ट में व्यक्तिगत पेशी को लेकर बीजेपी ने कसा तंज, कहा- कांग्रेस कर रही है ड्रामा
नई दिल्ली। मानहानि मामले में निचली अदालत द्वारा सुनाई गई दो वर्ष की सजा के खिलाफ अपील करने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को सूरत की सत्र न्यायालय पहुंचे तो उनके साथ कई दिग्गज नेता थे। कांग्रेस इसे राहुल का समर्थन बता रही है, लेकिन भाजपा ने इसे कांग्रेस का ड्रामा करार दिया है। यही नहीं, आरोप लगाया है कि नेताओं की यह भीड़ न्यायपालिका पर दबाव बनाने के लिए जुटाई गई।
न्यायालय द्वारा सजा सुनाए जाने और राहुल की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने के बाद से भाजपा और कांग्रेस के बीच खींचतान बढ़ती जा रही है। सत्र न्यायालय में अपील के लिए राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंचे तो इस मुद्दे पर भी भाजपा नेताओं ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया।
केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि जब पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को अदालत द्वारा दोषी ठहराया गया तो कांग्रेस चुप थी। पी. चिदंबरम और डीके शिवकुमार को भी समर्थन नहीं मिला, जो जमानत पर बाहर हैं। केवल राहुल गांधी के लिए कांग्रेस नाटक कर रही है, क्योंकि वे एक परिवार को भारत और उसके कानूनों से ऊपर मानते हैं। अपील के लिए व्यक्तिगत पेशी पर भी सवाल खड़े किए।
कानून मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी अब तक न्यायालय में व्यक्तिगत पेशी से बचने के लिए वकील खड़े करते रहे हैं और अब सूरत की कोर्ट में खुद पहुंचे हैं, जबकि यहां व्यक्तिगत पेशी की आवश्यकता नहीं थी। आरोप लगाया कि कांग्रेस न्यायालय को दबाव में लेने के लिए ड्रामा कर रही है।
वहीं, केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने पिछड़ों के अपमान के मुद्दे पर फिर राहुल को घेरने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि पिछड़ों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। एक बार नहीं, बल्कि बार-बार कांग्रेस और राहुल गांधी ने पिछड़ों का अपमान किया है। माफी तक नहीं मांगी।
अनुराग ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछड़ों को दबाया और डराया है। संसद सत्र को खराब किया है। विदेशी ताकतों से सहायता मांगी है। आखिरकार ये दबाव बनाकर किसको डराना चाहते हैं? क्यों राज्यों के मुख्यमंत्री को सब काम छुड़वाकर यहां लाया गया।