ब्लॉक प्रमुख दंपत्ति को मिला आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम्य सशक्तिकरण पुरस्कार
क्षेत्र में बेहतर विकास कार्यों के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने दिया सम्मान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर विकास कार्य करने पर प्रदेश सरकार की ओर से ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल महेंद्र सिंह राणा व उनकी पत्नी कल्जीखाल ब्लॉक प्रमुख मीना राणा को आत्मनिर्भर भारत राष्ट्रीय ग्राम्य सशक्तिकरण पुरस्कार-2023 से नवाजा गया है। यह पुरस्कार कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की ओर से दोनों दंपत्ति को देहरादून में दिया गया।
देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने द्वारीखाल ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा व कल्जीखाल ब्लाक प्रमुख बीना राणा को राष्ट्रीय ग्राम्य सशक्तिकरण पुरस्कार दिया। महेंद्र सिंह राणा व उनकी पत्नी बीना राणा भारत के पहले ऐसे पति-पत्नी हैं जो निर्वरोध ब्लॉक प्रमुख निर्वाचित हुए हैं। दोनों ब्लॉक प्रमुखों ने 350 से अधिक गरीब परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए गोद भी लिया हुआ है। यही नहीं उनके द्वारा ब्लॉक भवनों को भव्य व आधुनिक तरीके से भी बनाया गया है। ग्राम पंचायतों में लगातार बच्चों के लिए पार्को का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए यात्री शेड का निर्माण हो रहा है। ब्लॉक प्रमुख बीना राणा द्वारा विकासखंड कल्जीखाल के मुख्यालय में अतिथि गृह का निर्माण करवाया गया है। महिलाओं को समूह के माध्यम से स्वजगार से जोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। ब्लाक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने कहा कि अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से यह पुरस्कार दिया गया है। इससे पूर्व भी उन्हें कई राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। कल्जीखाल ब्लाक प्रमुख मीना राणा ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य अपने क्षेत्र के बेहतर विकास का है। इसके लिए वह लगातार प्रयास कर रही है। धरातल पर हो रहे कार्यों को देखते हुए सरकार ने उन्हें यह पुरस्कार दिया है।