बादलों का कहर: पिथौरागढ़ में भारी बारिश से टूटी चट्टान, बनी झील, तीन गांवों को खतरा
पिथौरागढ़ । लगातार हो रही बारिश की वजह से पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के मालूपाती में चट्टान दरकने से भराड़ी गाड़ में बड़ी झील बन गई है। अगर झील टूटी तो तीन से चार गांवों को खतरा पैदा हो सकता है। जिले में बारिश की वजह से आए मलबे से 10 सड़कें बंद चल रही हैं। शुक्रवार रात बंद रही जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क को बीआरओ ने मशीन किराए पर लेकर खुलवाया। पैदल रास्ता बहने से जिले के अंतिम गांव नामिक अलग-थलग पड़ गया है।
भारी बारिश के कारण मुनस्यारी के ग्राम पंचायत हरकोट में 11रू30 बजे मालूपाती के पास चट्टान टूटकर भराड़ी गाड़ में गिर गई। इस कारण यहां झील बन गई है। भराड़ी गाड़ का पानी ज्यादा देर रुकने और बारिश होने से यहां खतरा हो गया है। अगर ये झील टूटी तो रूमालखेत, मल्ल और तल्ला भदेली को काफी नुकसान हो सकता है। झील बनने की जानकारी के बाद राजस्व टीम मौके लिए रवाना हे गई है। बता दें कि मालूपाती, मल्ला तल्ला भदेली आपदा प्रभावित क्षेत्र है। यहां जमीन दरक रही है।
भारी बारिश के कारण मलबा आने से बंद हुई जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क घिंगरानी (बंगापानी) सड़क बीआरओ ने सुबह 9रू20 बजे खोली। सड़क बंद होने से हल्द्वानी, पिथौरागढ़, धारचूला, मदकोट, मुनस्यारी की गाड़ियां फंसी रहीं। रामगंगा पर बने पुल के पास भूस्खलन होने से नामिक गांव को जोड़ने वाला पैदल रास्ता नदी में समा गया है। इससे गांव पूरी तरह अलग-थलग पड़ गया है। तवाघाट-लिपूलेख सड़क में गर्बाधार मलगाड़ के पास भूस्खलन के कारण पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे हैं। इस कारण पैदल आवाजाही कर रहे लोगों को दिक्कत हो रही है।