मामला निजी एंबुलेंस संचालक का: डीएम के आदेश पर एसडीएम श्रीनगर करेंगे मामले की जांच
-निजी एंबुलेंस संचालक ने वसूले थे अधिक रुपये
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। कोरोना संक्रमित कर्मचारी की मौत के बाद शव को श्मशान घाट पहुंचाने के लिए निजी एंबुलेंस संचालक द्वारा 6 हजार रुपए वसूले जाने संबंधी मामले की जांच एसडीएम श्रीनगर करेंगे। जिलाधिकारी ने इस प्रकरण को
गंभीरता से लिया है। जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि तरह की घटनाएं पूरी व्यवस्था पर गंभीर चोट पहुंचाती है, ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए जांच के बाद कार्रवाई की जानी आवश्यक है। वहीं एसडीएम श्रीनगर ने समस्त निजी एंबुलेंस संचालकों को तलब किया है।
समाज कल्याण विभाग पौड़ी में सेवारत एक वरिष्ठ सहायक की कोरोना संक्रमण के चलते सोमवार को मौत हो गई थी। मृतक के परिजन शव श्मशान घाट ले जाने के लिए चार घंटे तक कोई एंबुलेंस का इंतजार करते रहे, लेकिन बेस अस्पताल प्रबंधन श्रीनगर की ओर से एंबुलेंस प्रदान नहीं की गई। बल्कि बेस अस्पताल के एक मोर्चरी कर्मचारी ने परिजनों को एक निजी एंबुलेंस संचालक का नंबर थमा दिया। मृतक के परिजनों से निजी एंबुलेंस संचालक ने 4 हजार में बात तय होने के बाद घाट पर पहुंचने पर 6 हजार वसूले थे। जिलाधिकारी
विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि इस तरह की घटनाएं पूरी व्यवस्था पर गंभीर चोट पहुंचाती है, ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए जांच के बाद कार्रवाई की जानी आवश्यक है। डीएम डॉ. जोगदंडे ने कहा कि एसडीएम श्रीनगर को पूरे मामले की जांच गहनता से किए जाने के साथ ही जल्द रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं एसडीएम श्रीनगर रविंद्र बिष्ट ने बताया कि समस्त निजी एंबुलेंस संचालकों को तलब किया गया है।