सीडीओ ने कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा, इन विभागों की समीक्षा
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। मुख्य विकास अधिकारी ने जनपद में विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित योजनाओं के विकास कार्यों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारियों को गत वर्ष की अवशेष धनराशि तथा वर्तमान वित्तीय वर्ष में अवमुक्त धनराशि को ससमय व्यय करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा। इसके लिए अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये।
जिला सेक्टर/राज्य सेक्टर/केंद्र पोषित/वाह्य सहायतित योजना तथा बीस सूत्रीय कार्यक्रमों की गुरूवार को विकास भवन सभागार पौड़ी में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भट्टगाई की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, ग्राम्य विकास विभाग को कलस्टर आधारित तथा मनरेगा योजना से समन्वय बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन कर कृषि आधारित गतिविधियों में उत्पादन एवं उत्पादकता में वास्तविक वृद्धि लाने के निर्देश दिये। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को योजनाओं पर व्यय धनराशि का आउटकम पर भी ध्यान रखने को कहा। जिससे योजनाओं पर व्यय धनराशि की सार्थकता हो। 20 सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘‘डी’’ श्रेणी प्राप्त मदों में समयवद्ध सुधार करते हुये ‘‘ए’’ श्रेणी में लाने के लिए अधिशासी अभियन्ता पीएमजीएसवाई, जिला समाज कल्याण अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। बैठक में सहायक परियोजना निदेशक, डीआरडीए सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजय शर्मा, मुख्य शिक्षा अधिकारी एमएस रावत, मुख्य कृषि अधिकारी डीएस राणा सहित लोनिवि, पेयजल निगम, जलसंस्थान, राजकीय सिंचाई के अधिशासी अभियन्ता आदि अधिकारी उपस्थित थे।
इन विभागों की समीक्षा
बैठक में जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित तथा वाह्य सहायतित योजनाओं के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग, जल निगम, जल संस्थान, राजकीय सिंचाई, कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, उरेड़ा, पंचायतीराज, समाज कल्याण इत्यादि विभागों के द्वारा संचालित योजनाओं की वित्तीय एवं भौतिक समीक्षा की गई।