नई टिहरी। जिले में सबसे तेजी से विकसित हो रहे चंबा शहर को जल्द ही प्रति दिन पेयजल मिल सकेगा। अभी तक चंबा में हर तीसरे दिन पेयजल आपूर्ति होती है। लेकिन अब 138 करोड़ रुपये की लागत से अगले 30 वर्षों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही चंबा पंपिंग योजना से चंबावासियों को हर दिन पेयजल मिल सकेगा। उम्मीद है कि शासन से हरी झंडी मिलते ही आगामी वित्तीय वर्ष में पेयजल योजना का निर्माण शुरू हो जायेगा। चंबा में पेयजल किल्लत का आलम ये है कि ग्रामीण क्षेत्र के मानक के हिसाब से 55 लीटर पानी चंबा में प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन मिल रहा है। जबकि शहरी क्षेत्र में मानक के हिसाब से 135 लीटर पानी प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन मिलना चाहिये। चंबा नगर क्षेत्र में 1997 में बनी नागणी पंपिंग योजना से पेयजल आपूर्ति की जाती है। उस वक्त चंबा की आबादी लगभग दस हजार थी। लेकिन तेजी से आबादी बढ़ने के बाद मौजूदा वक्त में चंबा की आबादी लगभग 30 हजार से ज्यादा है। ऐसे में चंबा में पूरे वर्ष भर पेयजल किल्लत बनी रहती है। चंबा की आबादी के हिसाब से हर दिन चार एमएलडी पानी की आपूर्ति की जानी चाहिये। लेकिन चंबा में हर दिन दो एमएलडी पानी की आपूर्ति की जाती है। ऐसे में पेयजल निगम ने चंबा में कोटेश्वर झील से चंबा में पेयजल आपूर्ति के लिये 138 करोड़ रुपये की पंपिंग योजना बनाई है। जायका प्रोजेक्ट के तहत यह योजना बनाई जायेगी। पेयजल योजना के लिये अभी शासन में फाइल लंबित है और उम्मीद है कि इसी वित्तीय वर्ष में योजना का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा।