चमोली आपदा अपडेट: 9 और लापता लोगों के मिले शव
जयन्त प्रतिनिधि।
चमोली। चमोली जनपद के रैणी तपोवन क्षेत्र में विगत रविवार को आई प्राकृतिक आपदा में लापता व्यक्तियों का राहत, बचाव और खोज अभियान लगातार जारी है। आपदा के तीसरे दिन मंगलवार को 9 अन्य लापता लोगों के शव नदी किनारे अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए। वहीं टनल में रास्ता बनाया जा रहा है। जहां पर रात-दिन रेस्क्यू कर सुरंग से मलवा हटा कर रास्ता बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यहां पर टनल में 35 से 40 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।
जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार रैणी और तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे 206 लोग लापता हुए थे, जिनमे सें अभी तक 32 लोगों के शव सर्च टीम ने खोजकर बरामद कर लिए है। इसके अलावा 9 मानव अंग भी मिले है। मंगलवार को रैणी क्षेत्र से 4, नंदप्रयाग के डिडोली व सैकोट के टैटूणा के पास एक-एक शव बरामद हुए। रैणी, तपोवन, जोशीमठ रतूड़ा, गोचर, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर डेम जलभराव क्षेत्र सहित अलकनन्दा नदी तटों पर अनेक स्थानों में सर्चिंग दस्ते शवों की तलाश कर रहे है। जोशीमठ से रुद्रप्रयाग एवं रुद्रप्रयाग से श्रीनगर क्षेत्र में डीप ड्राइविंग टीम सर्चिंग कर रही है। श्रीनगर क्षेत्र में राफ्ट एवं मोटरबोट की सहायता से सर्चिंग की जा रही है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया घटना पर रेस्क्यू कार्यों की स्वयं मानिटरिंग कर रहे है।
तपोवन में स्थापित किया पूछताछ केन्द्र
लापता लोगों के बारे जानकारी के लिए जिला प्रशासन ने तपोवन घटना स्थल पर पूछताछ केंद्र भी स्थापित किया है। वहीं तपोवन में रेस्कयू कार्यों में जुटी पूरी टीम एवं तपोवन पहुंचे लापता लोगों के परिजनों के लिए जिला प्रशासन द्वारा राहत शिविर लगाकर जलपान एवं भोजन की व्यवस्था भी की गई है।
तेजी से चल रहा गांवों को जोड़ने का काम
चमोली के सीमांत क्षेत्र में आपदा से जिन गांवों से सड़क संपर्क टूट गया है उन गांवों को फिर जोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वैली ब्रिज और ट्राली लगाने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। इससे क्षेत्र के लोगों को जल्द राहत मिलेगी। नीति वैली में क्षतिग्रस्त जिओ टावर को भी सुचारू करने से क्षेत्र में संचार सेवा भी बहाल कर दी गई है।
हैलीकॉप्टर से बांटी जा रही राहत सामग्री
आपदा के बाद जिला प्रशासन हैलीकॉप्टर से लगातार प्रभावित गांव क्षेत्रों में राशन किट, मेडिकल एवं रोजमर्रा की सामग्री पहुंचाने में जुटा है। राशन किट में 5 किलो चावल, 5 किलो आटा, 1 किलो चीनी, दाल, तेल, नमक, मसाले आदि राहत सामग्री बांटी जा रही है।
126 लोगों को हैलीकॉप्टर से पहुंचाया गंतव्य तक
वहीं क्षेत्र में इधर-उधर फंसे लोगों को हैलीकॉप्टर को उनके गतंव्य तक भेजा जा रहा है। मंगलवार को जिला प्रशासन ने नीति वैली के 126 फंसे हुए लोगों को हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर उनके गंतव्य तक पहुचाया गया।
स्टैंडबाई में रखे आईबीपी के 400, आर्मी के 220 जवान
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त जानकारी प्रभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ के 190, एनडीआरएफ के 176, आईटीबीपी के 425 जवान एसएसबी की 1 टीम, आर्मी के 124 जवान, आर्मी की 2 मेडिकल टीम, स्वास्थ्य विभाग उत्तराखण्ड की 4 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 16 फायरमैन, लगाए गए हैं। राजस्व विभाग, पुलिस दूरसंचार और सिविल पुलिस के कार्मिक भी कार्यरत हैं। बीआरओ द्वारा 2 जेसीबी, 1 व्हील लोडर, 2 हाईड्रो एक्सकेवेटर, आदि मशीनें लगाई गई हैं। एक हेलीकाप्टर द्वारा एनडीआरएफ की टीम और 3 वैज्ञानिकों को भेजा गया है। स्टैंडबाई के तौर पर आईबीपी के 400, आर्मी के 220 जवान, स्वास्थ्य विभाग की 4 मेडिकल टीमें और फायर विभाग के 39 फायरमैन रखे गए हैं। आर्मी के 3 हेलीकाप्टर जोशीमठ में रखे गए हैं।
आपदा से पांच पुल क्षतिग्रस्त
आपदा से 5 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। 13 गांवों में बिजली प्रभावित हुई थी, इनमें से 11 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है। शेष 2 गांवों में अभी लाईन क्षतिग्रस्त है। इसी प्रकार 11 गांवों में पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त हुई थीं, इनमें से 8 गांवों में पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। शेष 3 पर भी काम चल रहा है।