चमोली आपदा: एक और शव मिलने से 71 पहुंचा मृतकों का आंकड़ा, लापता की खोजबीन जारी
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित तपोवन रैणी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लापता लोगों की तलाश लगातार जारी है। शुक्रवार को कालेश्वर में एक शव मिला है। जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा में लापता 204 लोगों में से अब तक 71 लोगों के शव और 30 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं। अभी भी 133 लोग लापता हैं। जबकि दो व्यक्ति पूर्व में सुरक्षित मिले थे। अब तक मिले शवों में से 41 की शिनाख्त की जा चुकी है। वहीं शुक्रवार को जोशीमठ में एक मानव अंग का दाह संस्कार किया गया। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में खोजबीन जारी है। जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 38 मृतकों के परिजनों, 12 घायलों तथा एक परिवार को गृह अनुदान मुआवजा राशि जारी की जा चुकी है।
गोपेश्वर। गंगा सहित सभी नदियों की पवित्रतता और स्वच्छता के कार्य में जुटी पूर्व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती शुक्रवार को आपदा प्रभावित रैणी गांव पहुंचीं। उन्होंने लोगों के बीच बैठकर उनका दुख दर्द सुना। ग्रामीणों ने बार-बार आपदा से प्रभावित हो रहे रैणी गांव के विस्थापन की मांग उठाई। उमा भारती ने ग्रामीणों की इस मांग का समर्थन किया। शुक्रवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती चिपको आन्दोलन की नेत्री गौरा देवी के गांव रैणी पहुंची। गांव की चौपाल में ग्रामीणों के साथ बैठकर उमा भारती ने ग्रामीणों का दुख दर्द और समस्या सुनी।
रैणी के ग्राम प्रधान भवान सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती को बताया कि रैणी गांव का भू वैज्ञानिकों द्वारा सर्वेक्षण किया जा चुका है। यह गांव भूस्खलन की चपेट में है। कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। ग्रामीणों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री से रैणी चक सुभाईं को पूर्ण रूप से विस्थापित करने की मांग की। ग्राम प्रधान भवान सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने इस आपदा में प्रभावित लोगों की आर्थिक सहायता की भी मांग की ।
गंगा की स्वच्छता के लिये अपना जीवन संकल्प बताते हुये उमा भारती ने रैणी गांव की चौपाल में चिपको आन्दोलन की नेत्री गौरा देवी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किये। उन्होंने गौरा देवी की बहू जूठी देवी और 7 फरवरी की आपदा में लापता अमृता देवी की बहू गोदावरी और रणजीत सिंह के परिजनों से भी मिली। उमा भारती ने इस आपदा में मृत मादी देवी के परिजनों से भी बात की।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने लापता लोगों की तलाश में जुटे और रेस्क्यू अभियान में दिन रात कार्य करने वाले एसडीआरएफ के जवानों और परियोजना से जुड़े अधिकारियों और ग्रामीणों से मिलकर परियोजन स्थल पर पहुंच कर जानकारी जुटाई। एसडीआरएफ के कार्यों की प्रशंसा भी की।ाषि गंगा की आपदा में ध्वस्त हुये सामरिक दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण पुल को फिर से बनाने में लगे बीआरओ के अधिकारियों से भी मौके पर जानकारी ली। उमा भारती ने तपोवन परियोजना के एनटीपीसी , एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से सर्च और रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने को कहा ।