सीटू ने मजदूर दिवस पर श्रम नीतियों का विरोध किया
टिहरी। सेंटर अफ इडिंयन ट्रेड यूनियन (सीटू) की टिहरी शाखा से जुड़े लोगों ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया।रविवार को नई टिहरी स्थित सुमन पार्क में सीटू से जुड़े लोगों ने मजदूर दिवस गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी में संगठन के जिलाध्यक्ष विशाल सिंह राणा ने केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों का विरोध करते हुये कहा कि देश में पहले से लागू श्रम कानूनों को बदला जा रहा है, जिसका सीटू विरोध करता है। कहा बढ़ती महंगाई का सबसे अधिक असर मजदूर वर्ग के साथ आम जनता पर पड़ रहा है। कहा केंद्र की मोदी सरकार पूरी तरह से पूंजीवादियों के हित में काम कर रही है। संगठन जिला सचिव चिंतामणी थपलियाल ने कहा केंद्र सरकार से देश के सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बेचने में लगी, जिसे सरकार को तत्काल बंद करना चाहिए। उन्होंने देश और राज्य में न्यूनतम वेतनमान 26 हजार रुपये करने, महिला कामगारों भोजनमाता, आशा, आंगनबाड़ी को पूर्ण कालीन कामगार घोषित करने के साथ निजी क्षेत्रों में श्रम कानूनों को मजबूती से लागू किये जाने की सरकार से मांग की। प्रदर्शन करने वालों में जगमोहन रागड़, धन सिंह, अजयपाल , प्रदीप रावत, मंजू नौटियाल, उमा पुंडीर, सुशीला पुंडीर, गंभीर सिंह तोपवाल, मंगसीरु लाल आदि मौजूद थे।