ग्रीष्मोत्सव : पार्वती विवाह पर शास्त्रीय नृत्य रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : ग्रीष्मोत्सव की सातवीं सांस्कृतिक संध्या में नटराज डांस ग्रुप पौड़ी के कलाकारों ने अपने हिन्दी गढ़वाली गीत नृत्य संध्या से दर्शकों का मन मोहा। साथ ही कलाकारों की लोक संस्कृति और सामाजिक लोक परंपरा पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति से दर्शक दीर्घा में युवाओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी गढ़वाल डा. आशीष चौहान ने कहा कि आयोजन से साहित्यिक, सांस्कृतिक और खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिला है। साथ ही फुटबाल टूर्नामेंट के प्रति लोकप्रियता को देखते हुए यहां राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित करने के हरसंभव कोशिश की जाएगी।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान गणेश की स्तुति बिजी जावा बिजी हे की स्तुति से हुई। युवा गायिका अंजलि खरे ने लगजा गले फिर ये हंसी रात हो ना हो, पिंगा गपोरी और दिल है कि मानता नहीं की बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद कलाकारों ने तारों को ना छेडूंगी अब से, छेड़ो ना नजर से नजरिया, वेस्टर्न डांस, बाली उमर तेरी, गला पेरैली मोती की माला, जुलम ह्वै जालु, जरा मठु मठ हीट, जै हो गढ़वाला, जै हो कुमाऊं प्रस्तुत कर युवाओं का भरपूर मनोरंजन किया। पार्वती विवाह पर शास्त्रीय नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। निहारिका ने रीमिक्स पर प्रेम का प्याला, अप्सराआली और नायशा घिल्डियाल ने ओरे पिया, तेरी निगाहें, पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा लोक पर्व पर ऐगै फूल संगराद, नैनों में सपना, डफली वाले डफली बजा, परदेसिया ये सच है पिया आदि फिल्मी गीतों पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दर्शकों द्वारा खूब सराही गई। प्रस्तुतियों से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। नृत्य पक्ष में वर्षा रावत, पावनी बहुगुणा, मनसस्वानी, श्रीपर्णा, आरना, साक्षी, गर्विता, जीविका, निहारिका, दिव्यांका, पलक, सानिया, अनुष्का और बाल कलाकार रुद्र ने शानदार भूमिका अदा की। नटराज डांस ग्रुप का निर्देशन सुनील रावत और संचालन महक ने किया। इस मौके पर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, प्रमेन्द्र नेगी, मनोज रावत अंजुल सतेन्द्र रावत, प्रवीण नेगी आदि मौजूद थे। संचालन वीरेंद्र खकरियाल ने किया।