सफाई कर्मचारियों का अनिश्चित कालीन कार्यबहिष्कार जारी, चरमराई सफाई व्यवस्था
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल गुरूवार को भी जारी रखी। सफाई कर्मियों ने मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया है। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल से शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है। देवभूमि उत्तराखंड के कोटद्वार शाखा के अध्यक्ष शशि ने कहा कि 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी तीन दिन से हड़ताल पर है, लेकिन उत्तराखण्ड सरकार सफाई कर्मियों की ज्वलंत समस्याओं पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब हड़ताल तभी खत्म होगी, जब सरकार हमारी मांग पूरी करेगी।
गुरूवार को देवभूमि उत्तराखंड के कोटद्वार शाखा के अध्यक्ष शशि के नेतृत्व में सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम कार्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही जमकर नारेबाजी की। नगर निगम के सफाई कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। इस हड़ताल का सीधा असर सफाई व्यवस्था पर दिखाई दे रहा है। शहर की सड़कों के किनारे गंदगी के ढेर लगे रहे। कर्मियों ने तीसरे दिन भी झाडू लगाने से लेकर सीवर आदि की सफाई का काम पूरी तरह से ठप रखा। देवभूमि उत्तराखंड के कोटद्वार शाखा के अध्यक्ष शशि ने कहा कि सफाई कर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल करना मजबूरी हो गई है। प्रदेश सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर सुनवाई नहीं कर रही है।
सफाई कर्मचारियों ने प्रदेश के स्थानीय निकायों व अन्य विभागों में सफाई कर्मचारियों के स्थायी पदों की भर्ती शुरू करने, संविदा, मोहल्ला स्वच्छता समिति, दैनिक वेतन, आउटसोर्स व उपनल से तैनात कमचारियों को नियमित करने, अकेंद्रित और केंद्रित कर्मचारियों की नियमावली में संशोधन कर पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक आदि पदों पर पदोन्नत करने, मृतक आश्रित नियमावली में संशोधन कर मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, सफाई कर्मचारियों का जीवन बीमा व स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की भांति भत्ते दिये जाने, धुलाई व टूल भत्ते में वृद्धि करने, सफाई कर्मचारियों को आवंटित आवासों पर मालिकाना हक देने, भूमिहीन वाल्मिकी समाज के लोगों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाणपत्र प्राथमिकता के साथ बनाने, विनियमिती नियमावली 2013 में संशोधन करते हुए उक्त नियमावली से आच्छादित कर्मचारी की मृत्यु उपरान्त मृतक आश्रित नियमावली 1974 के तहत नियुक्ति देने, पर्यावरण मित्र पदनाम को संशोधित करते हुए सफाई सैनिक नाम देने की मांग की। प्रदर्शन करने वालों में संघ के अध्यक्ष शशि, संरक्षक नरेंद्र घाघट, उपाध्यक्ष धीरज गोडियाल, सह उपाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद, सचिव जितेंद्र गोडियाल, कोषाध्यक्ष अजय केशियाल, मुकेश गोडियाल, सह सचिव बीरेंद्र, संगठन मंत्री धर्मेद्र, महेंद्र घाघट, सुनील, सन्नो, गुड्डी देवी, संजीव, अश्वनी, प्रवेश आदि शामिल थे।
शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर
नगर निगम के सफाईकर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। इस हड़ताल का सीधा असर सफाई व्यवस्था पर दिखाई दे रहा है। शहर की सड़कों के किनारे गंदगी के ढेर लगे रहे। शहर के मालगोदाम रोड, आमपड़ाव, गाड़ीघाट, मीट मार्केट सहित अन्य स्थानों पर गंदगी का ढेर लगा रहा। जिससे बदबू के कारण वहां के लोग परेशान हैं। हालांकि बुधवार को हड़ताल का तीसरा दिन है, मगर हड़ताल जल्दी समाप्त नहीं हुई तो नगर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर नजर आने लगेंगे। बरसात होने के कारण इस ढ़ेर में बदबू आने में भी देर नहीं होगी। जिससे नगर वासियों का सड़क पर चलना दूभर हो जायेगा।