सीएम ने दिये विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार पौड़ी में अधिकारियों के साथ जनपद के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सरकारी योजना का जनमानस को अधिकाधिक लाभ दिलाने हेतु मैकेनिजम बनाने के निर्देश दिये। साथ ही कोविड के दौरान कार्यों की भरपाई हेतु विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बहुउद्देशीय शिविरों के आयोजन की शुरूआत की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने जनपद पौड़ी में जिला योजना के तहत स्वरोजगार के क्षेत्र में की जा रही विकास कार्यों को बेहतर बताया। जबकि राज्य योजना, केन्द्र पोषित में और सुधार लाने हेतु मंडलायुक्त रविनाथ रमन एवं जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल को मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने समूहों के लिए निर्धारित मानक बनाने को कहा, जिसके आधार पर समूहों के उत्पादों का आकंलन कर, उनकी कार्य प्रगति की समीक्षा की जा सकें। उद्यान विभाग के समीक्षा के दौरान मौनपालन कार्य को बढ़ाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मधु न्याय पंचायतों को हब बनाने की परिकल्पना है, ताकि खरीददार वहीं पर मिल सके। मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना बहुत लाभदायक योजना है। इसमें लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए पंचायती राज विभाग को अपनी भूमिका निभाने के निर्देश दिये। उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा की जा रही कड़कनाथ पॉल्ट्री पालन एवं पशुओं की कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी ली। जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में तीन लाख के करीब कड़क नाथ मुर्गी का लक्ष्य रखा गया है। जिला योजना के अलावा खनन न्यास के माध्यम से भी मदर पॉल्ट्री फार्म मशीन को स्थापित करने हेतु एक करोड़ धनराशि आबंटन की गई है। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने बताया कि जनपद में 20 हेक्टेयर पर कीवी प्लांटेंसन का कार्य चल रहा है, जिसमें पहली बार बजट का प्रोविजन किया गया है तथा हिमाचल, बागेश्वर से प्लांट मंगाये गये हैं। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिह रावत, विधायक पौड़ी मुकेश सिह कोली, विधायक लंैसडौन दिलीप रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, नगर पालिकाध्यक्ष यश्पाल बेनाम, बहुउद्देशीय सहकारिता समिति अध्यक्ष संपत सिह रावत, मुख्य वन संरक्षक सुशांत कुमार पटनायक, वन संरक्षक नित्यानंद पाण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी, अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल, नगर आयुक्त कोटद्वार पीएल शाह, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश आदि उपस्थित थे।
सीडीओ ने दी विकास कार्यों की जानकारी
मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि जिला योजना में 7986.00 लाख अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष क्रमिक व्यय 6369.05 अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय 88.66 प्रतिशत है। बीस सूत्रीय कार्यक्रम के तहत जनपद की प्रगति 86.11 के साथ पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्राइमरी सेक्टर विभाग यथा कृषि, पशुपालन, उद्यानीकरण, पर्यटन, दुग्ध, मत्स्य, मौन पालन, सहकारिता आदि क्षेत्रों पर फोक्स किया गया, जिसमें अनुमोदित परिव्यय 13.40 करोड़ था। उन्होंने बताया कि 702 पॉलीहाउस को एनआरएलएम एवं आईएलएसपी के समूहों को दिये गये हैं तथा 90 प्रतिशत सब्सिडी दे रहे हैं। जनपद के सभी विकासखण्डों में करीब 300 न्यूट्री गार्डन बना रहे है। जिनमें से 105 बनकर तैयार हो गये है, जिनका रख रखाव महिला समूह आदि किया जा रहा है।
सीएम ने सेल्फी प्वांइट का किया लोकार्पण
पौड़ी। प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को गढ़वाल कमिश्नर कैम्प कार्यालय पौड़ी के समीप सेल्फी प्वांइट का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सेल्फी प्वांइट में हिमालय की फोटोग्राफ्स लगायी जाय, ताकि यहां आने वाले पर्यटक इसका लुत्फ उठा सकें। मीडिया प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए सीएम ने कहा कि पौड़ी जनपद में बेहतर विकास कार्य किये जा रहे हैं। जिला योजना के अन्तर्गत आवंटित धनराशि का सदुपयोग हो रहा है। बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद पौड़ी पहले स्थान पर है। बांस को लेकर कार्य योजना तैयार की गयी है, जिसके तहत हाईब्रिड बांस जो 165 फीट तक की ऊंचाई ले सकता है। किसान तैयार हो तो बांस की इस प्रजाति को नदी से लेकर ऊंचाई वाले स्थानों में भी उगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पहले यह जंगली प्रजाति के रूप में जानी जाती थी, लेकिन अब भारत सरकार ने बांस को फसल का दर्जा दे दिया है। किसान इसको फसल की तरह काटकर बाजार में बिक्री कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश में जितनी बांस आधारित फैक्टरियां, वह लगभग समाप्त हो गई थी। किसान इस क्षेत्र में काम करते हैं तो इससे बहुत से रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।