नई दिल्ली ,। दिल्ली के नागरिकों को किफायती, सुलभ और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने आज शक्ति नगर स्थित एमसीडब्ल्यू सेंटर (मातृत्व एवं शिशु कल्याण केंद्र) से 70 से अधिक ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिरोंÓ का वर्चुअल तथा प्रत्यक्ष रूप से शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इसे दिल्ली की प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को सशक्त और आधुनिक बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल बताया। इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर नागरिकों को नियमित स्वास्थ्य जांच, आवश्यक एवं सामान्य दवाओं की निशुल्क उपलब्धता, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, जरूरी टीकाकरण कार्यक्रम, बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन संबंधी परामर्श तथा विशेषज्ञ डॉक्टरों से ऑनलाइन टेली-परामर्श जैसी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी।
इस विशेष कार्यक्रम में मॉडल टाउन के विधायक श्री अशोक गोयल सहित अनेक स्थानीय प्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में उपलब्ध सभी सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक सुविधा सेंटर का दौरा करते हुए व्यवस्थाओं की समीक्षा की और स्वास्थ्य कर्मियों से विभिन्न सुविधाओं, उपकरणों तथा सेवाओं के संचालन के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। ये 70 से अधिक नए केंद्र शहर के उत्तर, मध्य, उत्तर-पश्चिम, शाहदरा, पश्चिम, नई दिल्ली, दक्षिण-पश्चिम, पूर्व, दक्षिण-पूर्व, दक्षिण और उत्तर-पूर्व सहित लगभग सभी प्रमुख क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि हर नागरिक तक बेहतर, सस्ती और निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी बाधा के पहुंचे। आयुष्मान भारत योजना, जनऔषधि केंद्र, वय वंदना योजना और अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर मिलकर दिल्ली को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से सुसज्जित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की प्रतिबद्धता है कि हर मरीज को समय पर इलाज मिले, हर नागरिक को किफायती दवाइयां उपलब्ध हों और हर कॉलोनी में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएं। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा प्रस्तुत मोहल्ला क्लीनिक मॉडल में न डॉक्टर मिलते थे, न दवाइयां और न ही पर्याप्त स्टाफ। उन्होंने कहा कि इसके विपरीत आरोग्य मंदिर वास्तविक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां बैंडेज से लेकर दवाइयां, टीकाकरण, फैमिली प्लानिंग और अन्य आवश्यक सेवाएँ नियमित रूप से उपलब्ध होती हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि दिल्ली में अब तक लगभग 250 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किये जा चुके है। हमारा लक्ष्य दिल्ली में 1000 से अधिक आरोग्य मंदिर स्थापित करने का है। बड़े अस्पतालों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए कॉलोनी स्तर पर ऐसी स्वास्थ्य सुविधाएं अत्यंत आवश्यक है। सरकार का लक्ष्य है कि राजधानी की प्रत्येक विधानसभा में कुल 15 ऐसे केंद्र खोले जाएं। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना, जनऔषधि केंद्रों तथा नई स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करके दिल्ली को देश ही नहीं, बल्कि विश्व के लिए भी एक उभरते हुए मेडिकल हब के रूप में विकसित करने का सतत प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 8-10 महीनों में सरकार लगातार 24म7 प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है, ताकि प्रत्येक नागरिक को समय पर आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे क्षेत्र के समग्र विकास में सहयोग करें, जिससे दिल्ली के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा प्रस्तुत विज़न को वास्तविक रूप दिया जा सके और राजधानी को एक सशक्त, स्वस्थ और आधुनिक शहर बनाया जा सके।