उत्तराखंड

सरकारी विद्यालयों में छात्रों की घटती संख्या पर जताई चिंता

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नई टिहरी। देवप्रयाग ब्लक मुख्यालय के हिंडोलाखल स्थित स्वतंत्रता सेनानी बचन सिंह चौहान राइंका में क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के अभिवावकों ने बैठक की। अभिभावकों ने सरकारी विद्यालयों में लगातार घटती छात्र संख्या पर चिंता व्यक्त की गई। अभिभावकों ने एक स्वर में सरकार से ऐसा कानून बनाने की मांग की, जिसके तहत जनप्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी और कर्मचारी अपने बच्चों को सरकारी विद्यालयों में पढ़ाए। पीटीए अध्यक्ष व समाज सेवी रुकम सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अभिभावकों ने चिंता जताते हुये कहा कि ब्लक के अधिकांश विद्यालयों में प्रधानाचार्य व्यवस्था पर है, साथ ही विद्यालयों में कई विषयों के शिक्षक भी न होने से छात्रों का पढ़ाई भी बाधित होती है। पीटीए अध्यक्ष ने कहा कि ब्लक मुख्यालय स्थित राइंका में बीते कई वर्षों से स्थायी प्रधानाचार्य नहीं है। बताया उक्त विद्यालय में कभी सबसे अधिक छात्र संख्या होती है, लेकिन वर्तमान समय में 225 छात्र ही अध्ययनत रह गये हैं। कहा कि इंटर कलेज में अधिकांश बच्चे आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों के ही हैं। सरकारी विद्यालयों को बंद होने से बचाने के लिये सरकार को निजी स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिये नये कानून बनाने की जरुरत है। सरकारी कर्मचारियों को अपने बच्चों को अनिवार्य रुप से सरकारी विद्यालयों में पढ़ाने के लिये नियम बनाने की आवश्यकता है, ताकि सरकारी विद्यालयों को बंद होने से बचाया जा सके। अभिभावकों ने सरकारी विद्यालयों की दिशा और दशा सुधारने के लिए सरकार से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। मौके पर सुरेंद्र सिंह, मंगल रावत, वंशीधर डंगवाल, रेणु रतूड़ी, राजेंद्र लाल, जगतसिंह आदि ने भी अपने विचार रखे।

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