अल्मोड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में कांग्रेस की हरीश रावत सरकार के दौरान घोषित एआरटीओ कार्यालय के रानीखेत में अब तक अस्तित्व में नहीं आने पर आक्रोश जताया गया। कार्यकर्ताओं ने बीते मंगलवार को रानीखेत पहुंचे परिवहन मंत्री चंदन राम दास द्वारा भूमि के अभाव में एआरटीओ नहीं खुल पाने की बात पर हैरानी जताई। कहा कि मंत्री भूमि का पुराना राग अलाप कर इस बड़े मुद्दे पर पल्ला झाड़ गए। जबकि भाजपा सरकार ने पूरे पांच साल रानीखेत की जनता को छलने का काम किया। रानीखेत के साथ घोषित रामनगर एआरटीओ कार्यालय चार साल पूर्व संचालित हो चुका है। पिछली सरकार में विधायक रहते करन माहरा ने कई बार मामले को सदन में उठाया, लेकिन सरकार रानीखेत के साथ सौतेला व्यवहार करती रही। परिवहन मंत्री के रानीखेत आने पर क्षेत्र के विकास संबंधी कोई ठोस निर्णय नहीं लिए जाने से जनता आहत है। इससे पहले भाजपा के पुनरू सत्तासीन होते ही रानीखेत के ऐतिहासिक रोडवेज डिपो के भवाली में विलय तथा नगर के राजकीय खाद्यान्न गोदाम को द्वाराहाट ब्लक में शिफ्ट करने जैसे जन विरोधी निर्णय सरकार ले चुकी है। जिलाध्यक्ष महेश आर्या की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ब्लक अध्यक्ष गोपाल देव, जिला संगठन महामंत्री चरन भाई, विश्व विजय माहरा, उपाध्यक्ष कुदलीप कुमार, प्रमोद पाल, विजय तिवारी, दीप उपाध्याय, पंकज गुरूरानी, मूसा भाई, हबीब अहमद, रकीब कुरैशी, विनीत चौरसिया, मीडिया प्रभारी सोनू सिद्दीकी,धीरज कुमार, प्रदीप रावत आदि मौजूद रहे।