जयंती पर काउंट सीजर मैटी के योगदान को किया याद
कोटद्वार इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक क्लीनिक में मनाई गई जयंती
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बदरीनाथ मार्ग स्थित इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक क्लीनिक में इलेक्ट्रो होमियोपैथी के आविष्कारक काउंट सीजर मैटी की जयंती मनायी गई। इस दौरान इलेक्ट्रो होमियोपैथी के तहत बनने वाली प्राकृतिक वनस्पति आधारित दवाईयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दैनिक जन्यत के संपादक नागेंद्र उनियाल व विशिष्ठ अतिथि जोशीमठ सामुदयिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डा. नरेंद्र कुमार थे। अतिथियों ने डा. काउंट सीजर मैटी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इलैक्ट्रोहोम्योपैथिक चिकित्सक डा. आरएस नेगी ने डा. काउंट सीजर मैटी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 11 जनवरी 1809 में डा. काउंट सीजर मैटी जन्म बोलाग्ना शहर इटली में हुआ था। इन्होंने सन 1865 ई. में इलेक्ट्रो होम्योपैथी का आविष्कार किया। डा. काउंट सीजर मैटी ने संयुक्त संयुक्ते समायति: के सिद्धांत पर औषधियों को तैयार किया। इसकी औषधियां पूर्ण रुप से वनस्पति जगत से निर्मित हैं। कहा कि आज ही के दिन इलेक्ट्रो होमियोपैथी को मान्यता मिली थी। आमजन को निरोग रहने के लिए अपने जीवन में इलेक्ट्रौहोम्योपैथि को अपनाना चाहिए। इन दवाओं के सेवन में शरीर पर किसी भी तरह का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। यह चिकित्सा सरल व सहज है। इस मौके पर डा. डीएस रावत, जीएस बिष्ट, डा. एके चौहान, डा. ऋिषि पाल, डा. बीएस रावत, डा. सीएम नैथानी, बार एसोसिएशन के बीआरएस बिष्ट आदि मौजूद रहे।