कोटद्वार में हवा हुई कोरोना गाइडलाइन
-बिना मास्क के झुंड में घूम रहे हैं लोग, उड़ रहा शासन के निर्देशों का मजाक
-पुलिस व प्रशासन भी व्यवस्था बनाने को कहीं नहीं आ रहा नजर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मची तबाही की यादें आज भी ताजा हैं। दूसरी लहर की शुरुआत में भी लोग कोरोना संक्रमण को हल्के में ले रहे थे और खुलेआम कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे थे। अब जब कोरोना की तीसरी लहर सिर पर है तो एक बार फिर लोग वही लापरवाही बरत रहे हैं और पुलिस व प्रशासन भी मूक दर्शक बनकर बैठा है। लगता है प्रशासन को भी लॉकडाउन जैसे हालात का इंतजार है, शायद तभी वह कोरोना की गंभीरता को समझेगा और नींद से जागेगा।
कोरोना संक्रमण की लगातार बढ़ती गति को देखते हुए शासन ने कड़ी गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत बिना मास्क के घूमने, एक स्थान पर भीड़ एकत्रित करने, सार्वजनिक स्थान पर थूकने समेत अन्य नियमों को तोड़ने पर जुर्माने के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई का सामना भी करना पड़ सकता है। हालांकि, कोटद्वार में कोरोना की रोकथाम को लेकर जारी यह सभी नियम हवा हो गए हैं। यहां लोग बिना मास्क के पुलिस के सामने से गुजर जाते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई या उन्हें टोका नहीं जाता है। यह नजारा शहर के प्रमुख चौराह झंडाचौक पर रोज देखा जा सकता है। इसके अलावा पुलिस दावे कर रही थी कि शहर में कहीं भी भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाएगी, लेकिन हर दिन गोखले मार्ग हो या फिर नजीबाबाद रोड पर सब्जी की दुकानों हर जगह लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। जबकि व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस शहर में कहीं भी नजर नहीं आती है। यदि प्रशासन व आमजन की ओर से इसी तरह लापरवाही जारी रही तो कोटद्वार में कोरोना के प्रकोप बढ़ने से रोकना बहुत मुश्किल हो जाएगा।
चालान के डर से सिर्फ कानों में टांग रहे मास्क
कोरोना महामारी को लेकर लोग इतने लापरवाह बने हुए हैं कि वह मास्क भी सिर्फ पुलिस के चालान से बचने के लिए लगा रहे हैं। इसमें भी वह मास्क को मुंह व नाक पर लगाने के बजाय सिर्फ कानों में टांगकर घूम रहे हैं। उधर, पुलिस की कार्यप्रणाली इतनी सुस्त है कि उन्हें लोगों की इस हरकत की तरफ ध्यान देने की फुरसत ही नहीं है।
क्या कहती है गाइडलाइन
-कोरोना संक्रमण व कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों, पर्यटक स्थलों, बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मंडली, शांपिंग माल समेत अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों में कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए।
-इस दौरान सुरक्षित शारीरिक दूरी, मास्क पहनना, हाथों को सैनिटाइज करने जैसे नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई अमल में लाई जाए।
ये सेवाएं 24 घंटे होंगी संचालित
सभी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं, तेल और गैस क्षेत्र के उत्पादों उत्पादन, परिवहन, वितरण, भंडारण व फुटकर बिक्री, राज्य स्तर पर बिजली का उत्पादन पारेषण व वितरण, डाकघरों सहित डाक सेवाएं, नगर निकायों में जल, स्वच्छता व अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र, संचार सेवाएं, सभी मालवाहक वाहनों का राज्य व अंतरराज्यीय आवागमन के साथ सामग्री का परिवहन, कृषि, उद्यान, पशुपालन से संबंधित गतिविधियां, सरकारी व निजी क्षेत्र के औद्योगिक प्रतिष्ठान, निर्माण गतिविधियों को 24 घंटे संचालन की अनुमति होगी। सार्वजनिक परिवहन सुचारू होगा। राज्य के भीतर और अंतरराज्यीय परिवहन का संचालन परिवहन विभाग की मानक प्रचालन कार्यविधि के अनुसार होगा।
पौड़ी जनपद में कोरोना संक्रमण के 52 मामले
-अकेले दुगड्डा ब्लॉक में पाए गए 16 केस
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पौड़ी जनपद में कोरोना संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार को जनपद में कोरोना के 52 मामले सामने आए। जिनमें अकेले दुगड्डा ब्लॉक से 16 मामले दर्ज किए गए। कोरोना संक्रमण की दृष्टि से सबसे ज्यादा चिंता दुगड्डा ब्लॉक ने ही बढ़ा रखी है। यहां आमजन की लापरवाही के कारण हर दिन मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो गत नौ जनवरी को पौड़ी जिले में 59 मामले सामने आए थे। जिनमें दुगड्डा ब्लॉक के 15 मामले शामिल थे। वहीं 10 जनवरी को दुगड्डा ब्लॉक में कोरोना के 22 मामले सामने आए, जिनमें 21 मामले कोटद्वार के थे। 11 जनवरी को पौड़ी जनपद में कोरोना के 57 मामले सामने आए। जिनमें सबसे ज्यादा 22 मामले दुगड्डा ब्लॉक से थे। बुधवार को कोटद्वार के शिवपुर से एक, झंडीचौड़ से एक, लालपानी से दो, सिगड्डी से एक, देवीरोड से एक, कुंभीचौड़ से एक, मानपुर से एक, गाड़ीघाट से एक समेत अन्य स्थानों से कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं।