कोरोना की फर्जी वैक्सीन की रोकथाम को सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका
नई दिल्ली, एजेंसी। वैश्विक महामारी कोविड-19 की वैक्सीन और उसकी खरीद-फरोख्त को लेकर किसी भी जालसाजी की रोकथाम के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है। इस याचिका में केंद्र सरकार और अन्य को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत सख्त दिशा-निर्देश जारी करने और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए एक विशेष कमेटी गठित करने का निर्देश देने की अपील की गई है। वकील विशाल तिवारी की ओर से दायर जनहित याचिका में मंगलवार को कहा गया कि कोरोना वायरस की नकली वैक्सीन के खतरे को देखते हुए केंद्र समेत सभी पक्षकारों को निर्देश दिया जाए कि वह नागरिकों की सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाएं।
याचिका में किसी भी संगठन या व्यक्ति के जरिये कोरोना वायरस की फर्जी वैक्सीन को बेचने या वितरित करने के खिलाफ आपराधिक अधिनियमों के तहत कड़े कानून लागू किए जाएं। उन्होंने कहा कि यह धांधली दुकानों और अनलाइन कारोबार के जरिये भी की जा सकती है। कई वेबसाइट भी इस घपले के लिए सक्रिय हो सकती हैं। याचिका में कहा गया है कि अवैध और असामाजिक तत्वों ने वैश्विक महामारी से उपजे भय और आशंकाओं के चलते लोगों को ठगने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।
कोरोना वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर गिरोह के सदस्य लोगों के खातों से पैसे निकाल रहे हैं। बैंक से मैसेज आने के बाद लोगों को ठगी का पता चलता है। इन दिनों आनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य फोन पर लोगों को बता रहे हैं कि कोरोना की वैक्सीन आ गई है। अगले महीने से वैक्सीन सिर्फ उसे ही मिलेगी, जिसका आनलाइन रजिस्ट्रेशन हुआ होगा। ऐसी बात सुन कर सामने वाला पूरी डिटेल नोट करवा देता है और ओटीपी नंबर पूछकर ठग पीड़ित के खाते से रुपये निकाल रहे हैं। रोजाना कई शिकायतें पुलिस के पास पहुंच रही हैं।