नगर निगम महापौर व प्रशासन की मनमानी के खिलाफ भड़के पार्षद
-राजनीतिक पक्षपात का लगाया आरोप, नगर निगम में किया धरना-प्रदर्शन
-बोले, कांग्रेस समर्थित सफाई कर्मचारियों पर मेहरबानी और अन्य का किया जा रहा उत्पीड़न
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अपनी कार्यप्रणाली को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहने वाले नगर निगम कोटद्वार प्रशासन पर एक बार फिर कई गंभीर आरोप लगे हैं। इस बार पार्षदों ने नगर निगम प्रशासन के साथ ही महापौर के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। आरोप है कि महापौर राजनीतिक द्वेष की भावना के कारण भाजपा पार्षदों को कम स्ट्रीट लाइट दे रही हैं, जबकि कांग्रेस पार्षदों को ज्यादा स्ट्रीट लाइट दी जा रही हैं। इसके अलावा भाजपा समर्थित पार्षदों का भी उत्पीड़न किया जा रहा है, उन्हें बिना किसी कारण जबरन एक वार्ड से दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा है।
मंगलवार दोपहर को भाजपा समर्थित पार्षदों ने नगर निगम कोटद्वार के परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महापौर राजनीतिक द्वेष भावना के साथ कार्य कर रही हैं। वह भाजपा समर्थित पार्षदों को जानबूझकर कम स्ट्रीट लाइट दे रही हैं, जबकि कई वार्ड ऐसे हैं जो जंगल से लगे हुए हैं और वहां स्ट्रीट लाइट की सख्त जरूरत है। इसके विपरीत कांग्रेस समर्थित पार्षदों को जरूरत से ज्यादा स्ट्रीट लाइट बांटी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जो सफाई कर्मचारी कांग्रेस को समर्थन नहीं करते हैं, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। बिना वजह उन्हें एक वार्ड से दूसरे वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों में भी आक्रोश पनपने लगा है। पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर की सफाई व्यवस्था सुधारने पर तो महापौर व नगर निगम प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उल्टा जो कर्मचारी पूरे मन से कार्य कर रहे हैं, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि तीन दिनों में सफाई कर्मचारियों का स्थानांतरण नहीं रोका गया तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।