भारत विरोधियों पर शिकंजा: पहले संपत्तियों की कुर्की अब ओसीआई कार्ड रद्द करने की तैयारी
नई दिल्ली, एजेंसी। विदेशों में बैठकर भारत के खिलाफ एजेंडा चलाने वालों के खिलाफ भारत ने कार्रवाई तेज कर दी है। बीते दिनों ही सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू की संपत्ति जब्त की गई। अब कहा जा रहा है कि खालिस्तान समर्थक तत्वों के विदेशी फंडों की जांच की जाएगी। इसके साथ ही ओसीआई कार्ड भी रद्द किए जाएंगे। इसके रद्द हो जाने से कार्ड धारकों को मिलने वाली छूट भी खत्म हो जाएगी।
इस बीच सवाल उठते हैं कि आखिर भारत खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ क्या कदम उठा रहा है? ओसीआई कार्ड रद्द करने की योजना है, तो ये कार्ड हैं क्या? इससे क्या छूट मिलती है? आइये समझते हैं…
भारतीय एजेंसियों ने शनिवार को खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। पन्नू की चंडीगढ़ स्थित कोठी और अमृतसर स्थित जमीन को एनआईए ने कोर्ट के आदेशों के बाद अटैच कर दिया। पन्नू की संपत्ति पर यह कार्रवाई अमृतसर में दर्ज देशद्रोह के एक मामले को लेकर की गई। गृह मंत्रालय ने पन्नू को आतंकी घोषित कर रखा है।
कनाडा में छिपे खालिस्तान समर्थक आतंकियों और पंजाब के गैंगस्टरों का नेटवर्क तोड़ने के लिए गैंगस्टरों-आतंकियों समेत उनके मददगारों के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। पंजाब पुलिस के साथ एनआईए समेत केंद्रीय एजेंसियां इस ऑपरेशन में शामिल हैं। एजेंसियों की निगाह उन लोगों पर भी है जो विदेश में छिपे आतंकियों और गैंगस्टरों की मदद कर रहे हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों का रिकॉर्ड जुटा लिया है।
खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ अब इंटरपोल ने भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पाकिस्तान में छिपे आतंकी करणवीर सिंह के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक वह पाकिस्तान में छिपे आतंकी वाधवा सिंह और हरविंदर सिंह का करीबी है। यह उनके इशारे पर ही काम करता है। उसे दोनों आंतकियों का राइट हैंड माना जाता है।