जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : गर्मी का पारा चढ़ने के साथ ही मैदान से लेकर पहाड़ तक पानी को तरसने लगा है। हालत यह है कि रिखणीखाल के अंतर्गत कलीगाड़ गांव में पेयजल संकट बना हुआ है। भीषण गर्मी में लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। वहीं, कोटद्वार के कई वार्डों के साथ ही भाबर में भी पेयजल समस्या विकराल हो रही है।
अंगणी पेयजल योजना से रौता, रौतखोली व कलीगाड गांवों को पानी की आपूर्ति होती है। पिछले एक सप्ताह से योजना की पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो जाने से गांवों में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीण अरूण लखेड़ा, रामचरण लखेड़ा, अनिल लखेड़ा का कहना है कि वर्तमान में गर्मियों शुरू होते ही गांव में पानी का संकट गहरा गया है। कहा कि गर्मियों की छुट्टी में दिल्ली, देहरादून व कोटद्वार से कई परिवार गांव आ रखे हैं। गांव में पानी की किल्लत होने के कारण काफी परेशानी हो रही है। वहीं, कोटद्वार क्षेत्र में दशकों पुराने नलकूपों से बेहतर पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। कई वार्डों में जहां लो-प्रेशर की समस्या बनी है वहीं, कई घरों में पानी की बूंद तक नहीं आ रही है। शहरवासी लगातार पुरानी पेयजल लाइनों को बदलने की मांग उठा रहे हैं।