अल्मोड़ा। गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के बाद भी ग्राम बिल्लेख के कास्तकार गोपाल दत्त उप्रेती द्वारा उगाए गए धनिये के पौधे में 0.12 मीटर की ग्रोथ हुई है। उद्यान विभाग की टीम ने उप्रेती के जैविक फार्म में जाकर पौधे की ऊंचाई की फाइनल माप रिकार्ड की तथा इसका प्रमाणपत्र उन्हें प्रदान किया। टीम ने ग्राम सीमा में किसान भागीरथ पांडे द्वारा नेशनल हार्टीकल्चर मिशन के तहत किए गए सब्जी उत्पादन का भी निरीक्षण किया। मालूम हो कि ताड़ीखेत ब्लाक के ग्राम बिल्लेख निवासी किसान गोपाल उप्रेती ने हाल में 2.16 मीटर धनिये का पौधा उगार गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज कराया था। गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के दौरान धनिये का पौधा ग्रोथ में था। इधर, बीते रोज उद्यान विभाग की टीम धनिये के पौधे की फाईनल माप रिकार्ड करने किसान गोपाल के जैविक फार्म में पहुंची। फाईनल माप में पौधे की ऊंचाई 2.28 मीटर पाई गई। उद्यान टीम ने पौधे की फाईनल माप का प्रमाणपत्र किसान को प्रदान किया। टीम में शामिल ताड़ीखेत के उद्यान प्रभारी इंद्र लाल ने बताया कि गिनीज बुक में रिकार्ड दर्ज के वक्त धनिये का पौधा ग्रोथ में था। पौधे की फाईनल माप ही अब वर्ल्ड रिकार्ड होगी। टीम ने किसान उप्रेती को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी लगन व मेहनत से उद्यान विभाग का भी नाम दुनिया में रोशन हुआ है। इसके बाद टीम ने ग्राम सीम में किसान भागीरथ पांडे के पॉलीहाउसों का भी निरीक्षण किया। भागीरथ ने 300 वर्गमीटर क्षेत्र में पॉलीहाउस में नेशनल हार्टीकल्चर मिशन के तहत सब्जियों का उत्पादन किया है। उद्यान प्रभारी इंद्र लाल ने कहा कि किसान ने शिमला मिर्च, फ्रासबीन, खीरा, टमाटर का अच्छा उत्पादन किया है, जिससे उन्हें आय भी प्राप्त हो रही है। टीम ने किसान का तकनीकी मार्गदर्शन भी किया। टीम में चिलियानौला के उद्यान प्रभारी भूपाल सिंह बिष्ट, बिल्लेख के प्रभारी राम सिंह आदि शामिल रहे।