दहशत का पर्याय बना नरभक्षी गुलदार ढ़ेर
नई टिहरी। देवप्रयाग क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन चुके नरभक्षी गुलदार को आखिर शूटर जॉय हुकिल ने ढेर कर दिया। शनिवार देर रात्रि गुलदार राजमार्ग स्थित पेट्रोल पम्प में शूटर की गोली का निशाना बना। नरभक्षी के मारे जाने के बाद क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। देवप्रयाग स्थित डाक बंगला रोड पर बीते 30 अगस्त को गुलदार ने मानसिक रुप से बीमार 25 वर्षीय युवक को अपना निवाला बना दिया था। जिसके बाद नगर सहित आस पास के गांवों में काफी दहशत बन गयी थी। वन विभाग ने निकटवर्ती तुंणगी गांव मे नरभक्षी के होने की संभावना देखते जहां तीन पिंजरे लगाए थे, वहीं जाने माने शूटर जॉय हुकिल की टीम को भी तैनात कर दिया। शूटर व नरभक्षी की लगातार लुकाछिपी का सिलसिला बीती रात तब खत्म हुआ जब वह शूटर जॉय हुकिल की निगाह में आ गया और गोली का शिकार हो गया। देवप्रयाग क्षेत्र मे जॉय हुकिल के हाथो मारे जाने वाला यह तीसरा नरभक्षी गुलदार था। इससे पहले 2009 मे दनसाड़ा में महिला व 2015 में कांडाधार में बालिका को निवाला बनाने वाला नरभक्षी गुलदार हुकिल की गोली से मारा गया था। 2007 में बडियारगढ़ क्षेत्र में पहला नरभक्षी हुकिल के हाथों मारा गया था। पौड़ी निवासी शूटर जॉय हुकिल गढ़वाल व कुमांऊ क्षेत्र में अभी तक 38 नरभक्षियों से लोगो को निजात दिला चुके हैं। रेंजर माणिकनाथ रेंज देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि पेट्रोल पम्प स्थित उमा होटल के सामने बीती रात करीब साढे 12 बजे गुलदार शूटर की गोली से मारा गया। गुलदार लगभग सात साल का नर था। साढे़ सात फीट लबे गुलदार के पंजे घिसने से वह असहाय होकर आसान शिकार की तलाश में रहता था। एक दिन पहले ही गुलदार एक होटल की सीसीटीवी मे बछड़े का शिकार करने की कोशिश करते दिखा था। रेंजर के अनुसार मृत गुलदार का डांगचौरा में दो पशु चिकित्सको की टीम ने पीएम किया गया। नरभक्षी से निजात मिलने से क्षेत्रवासियो ने राहत की सांस ली है। साथ ही शूटर जॉय हुकिल व वन विभाग का आभार जताया है।