चौबट्टाखाल तहसील क्षेत्र में गुलदार से बचाव को रेस्क्यू टीम तैनात करने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जनपद पौड़ी गढ़वाल के चौबट्टाखाल तहसील क्षेत्र में कई जगहों पर गुलदार का आतंक है। गुलदार लगातार हमले कर रहा है, इसके बावजूद भी वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। आए दिन हो रहे हमलों के कारण लोगों में दहशत है। लोग अपने घरों से बाहर निकलने में घबरा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने पिंजरा लगाने और क्षेत्र में एक रेस्क्यू टीम तैनात करने की मांग की है।
कांग्रेस प्रदेश सचिव युवा नेता कविंद्र इष्टवाल ने बताया कि क्षेत्र में लगातार गुलदार मानव पर हमला कर रहा है। आये दिन गुलदार ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर रहा है। विगत गुरूवार को पोखड़ा ब्लाक के गडोली गांव निवासी सूरज नेगी अपनी बकरी चराने गया था। इस दौरान उस पर गुलदार ने हमला कर दिया। उसने किसी तरह अपनी जान बचाई। सूरज के हाथ और पीठ पर गुलदार के दांत व नाखून के घाव हैं। लगातार हो रहे गुलदार के हमलों के कारण लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की जा रही है, लेकिन वन विभाग के कर्मचारी कह रहे हैं कि रेंज क्षेत्र में केवल तीन ही पिंजरे हैं। सवाल यह है कि आखिरी इतनी बड़ी रेंज में तीन ही पिंजरे क्यों हैं, जबकि लगातार गुलदार गांवों के आसपास नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिजरों के लिए भी तीन दिन का इंतजार करना होगा, तब तक गुलदार किसी और पर हमला कर देगा। कविंद्र इष्टवाल का कहना है कि सरकार को क्षेत्र में एक रेस्क्यू टीम तैनात करनी चाहिए। क्षेत्र के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है, लेकिन गुलदार के हमलों से लोग अब खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। अगर इसी तरह चलता रहा तो लोग खेती करना बंद कर देंगे। सरकार की जिम्मेदारी है कि वो लोगों की सुरक्षा के लिए जरूरी कमद उठाए, लेकिन सरकार कुछ करने को तैयार नहीं हैं। कविन्द्र इष्टवाल ने घायल सूरज नेगी के गांव जाकर उसका हाल जाना। गुड्डू, रतन सिंह, युद्धवीर सिंह नेगी, हर्षपाल, दिगम्बर रावत, मनीष, दीपक नेगी, दिलबर सिंह रावत, दिगम्बर सिंह, अनिल नेगी ने प्रदेश सरकार से गुलदार के आंतक से निजात दिलाने की मांग की है।