भवन कर की दरों में वृद्धि वापस लेने की मांग की
हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने हाऊस टैक्स की दरों में वृद्धि किए जाने का विरोध किया है। भवन कर में की गयी वृद्धि को वापस लेने के लिए वरिष्ठ नागरिकों ने ज्वालापुर इंटर कालेज परिसर में धरना दिया और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से शहरी विकास सचिव को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन की प्रति प्रधानमंत्री व राज्य के मुख्यमंत्री को भी भेजी गयी गयी है। संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने कहा कि शहरी विकास निदेशालय ने सर्किल रेट के आधार पर भवन कर में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि गरीब व मध्यम वर्ग के लोग बामुश्किल अपने लिए आवास बना पाते हैं। क्षेत्र के 80 फीसदी मकान बेहद पुराने हैं। जिनकी स्थिति भी अच्छी नहीं है। ऐसे में वर्तमान सर्किल रेट के आधार पर भवन कर लगाना जनता के साथ अन्याय होगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल जब विपक्ष में होते हैं तो भवन कर, सीवर शुल्क और जलकर को कम करने और समाप्त करने का वायदा जनता से करते हैं। लेकिन सत्ता में आने के बाद विभिन्न प्रकार के टैक्स लगाकर जनता पर अतिरिक्त करों का बोझ डालते हैं। जबकि राज्य के जनप्रतिनिधियों की पेंशन भत्तों की राशि में समय-समय पर वृद्धि होती रहती है। जिसका सीधा असर राज्य की वित्तीय स्थिति पर पड़ता है। इसलिए राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए जनप्रतिनिधियों के वेतन भत्तों आदि मे कटौती की जानी चाहिए तथा भवन कर की दरों में वृद्धि को वापस लिया जाना चाहिए। इस दौरान विद्यासागर गुप्ता, श्याम सिह, केपी शर्मा, पीसी धीमान, चौ.चरण सिह, योगेन्द्र राणा आदि मौजूद रहे।