मंगलौर में उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन
रुड़की। विधानसभा उपचुनाव के बाद नगर में निकाले गए विजय जुलूस के दौरान उपद्रव मचाने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठनों द्वारा डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने कावड़ मेले के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन को कार्रवाई के लिए पांच अगस्त तक का समय दिया है। यदि इस दौरान उचित कार्रवाई नहीं होती है तो बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी। शनिवार को विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल सहित अन्य हिंदू संगठनों ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम चौक पर धरना प्रदर्शन शुरू किया। वक्ताओं ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव के बाद विजय जुलूस निकालने के दौरान कुछ लोगों द्वारा समुदाय विशेष के घरों एवं प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया, जिससे समाज के लोगों के भीतर भय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बहुत कम लोगों की गिरफ्तारियां की हैं जितने भी लोग घटना में शामिल हैं उनको चिन्हित कर जल्द से जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाये अन्यथा विश्व हिंदू परिषद तथा अन्य हिंदू संगठन बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। वक्ताओं का कहना था कि उनका यह आंदोलन विशाल आंदोलन होना था लेकिन पुलिस एवं प्रशासन के अनुरोध तथा पवित्र कांवड़ मेले के दृष्टिगत धरना प्रदर्शन को संक्षिप्त किया गया है ताकि श्रावण मास का कांवड़ मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो। उन्होंने कहा कि वह पुलिस एवं प्रशासन को समय दे रहे हैं यदि पांच अगस्त तक आरोपियों की गिरफ्तारी एवं उचित कार्रवाई नहीं होती है तो विश्व हिंदू परिषद तथा अन्य हिंदू संगठन बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। बाद में पुलिस क्षेत्र अधिकारी मंगलौर विवेक कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि घटना के फौरन बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी तथा उस रात में तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने अभी तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अन्य की तलाश की जा रही है सीसीटीवी फुटेज आदि से जो भी आरोपी चिन्हित हो रहे हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। कार्रवाई लगातार जारी है। जिसके बाद धरना प्रदर्शन स्थगित किए जाने की घोषणा की गई। इस अवसर पर अर्जुन सिंह, बृजेश सैनी, डॉ राजेश वर्मा, संजय कुमार, देशबंधु गुप्ता, श्रवण कुमार आदि अनेक कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।