नैनीडांडा में होगी देवभूमि उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी: सरकार की महत्वाकांक्षी देवभूमि उद्यमिता योजना की शुरुआत हो गई है। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा उच्च शिक्षा विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। इस योजना को भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से चलाया जा रहा है।
स्वतंत्रता सेनानी स्व. थानसिंह रावत राजकीय महाविद्यालय नैनीडांडा के भूगोल संकाय की डा. अर्चना ने देवभूमि उद्यमिता योजना, स्वरोजगार, उद्यमिता कौशल व स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए विगत 5 से 10 दिसंबर तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। डा. अर्चना ने बताया कि युवाओं में छिपे कौशल ही उनके अपने व क्षेत्र के विकास के माध्यम बनेंगे। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें उत्तराखंड के स्थानीय लोगों, युवाओं, छात्र छात्राओं में प्रतिभा व कौशल की खोज करने की जानकारी दी गई। उत्तराखंड सरकार भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के साथ मिलकर प्रदेश के युवाओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक करने का कार्य करेगी। योजना के तहत नैनीडांडा महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम, बूट कैंप, ईडीपी कार्यक्रम, प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षण के साथ युवाओं को उद्यमिता विकास की जानकारी दी जाएगी।इस योजना में नियमानुसार फंडिंग भी उपलब्ध कराने का प्रावधान है। स्वरोजगार की इच्छा रखने वाले कोई भी युवा प्रतिभाग कर सकते हैं। सभी प्रतिभागियों को फैकल्टी मेंटर गाइड करेंगे। मेंटरशिप प्रोग्राम में उच्च शिक्षा विभाग के ट्रेनर्स प्रतिभागियों को उद्यमिता आइडियाज, विजनेस वैल्यू, बी ब्रांडिंग, फंडिंग, उद्यमिता शिक्षा, उत्तराखंड के उत्पाद, पर्यटन, आतिथ्य उद्योग, योग, होमस्टे, आयुर्वेद, मत्स्य पालन, फूड प्रोसेसिंग, आदि के बारे में जानकारी देकर उद्योग की स्थापना में भी गाइड करेंगे। इसी क्रम में नैनीडांडा महाविद्यालय में भी उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना की जाएगी। प्राचार्य डा. बीपी उनियाल ने कहा कि नैनीडांडा महाविद्यालय पौड़ी जिले के दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्र में है। रोजगार के अभाव में यहां पर पलायन की समस्या बहुत बड़ी है। देवभूमि उद्यमिता विकास केंद्र की स्थापना क्षेत्र के विकास व पलायन को रोकने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है। स्थानीय लोगों, महाविद्यालय के शिक्षकों, छात्र छात्राओं में इससे प्रसन्नता की लहर है।