श्रद्धालुओं ने क्षेत्रपाल देवता से लिया खुशहाली का आशीर्वाद
नई टिहरी : भिलंगना ब्लॉक की बासर पट्टी के थलाधार में क्षेत्र के आराध्य क्षेत्रपाल देवता का त्रैवार्षिक थौल आयोजित किया गया। थौल में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं से लेकर देश-प्रदेश में रहने वाले क्षेत्र के लोगों ने भी शिरकत कर क्षेत्रपाल देवता से खुशहाली का आशीर्वाद लिया। बासर पट्टी के सात गांव के आराध्य देव क्षेत्रपाल से लेकर अन्य देवी-देवताओं के पश्वाओं ने त्रिशूल साथ मंडाण में नृत्य कर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने देवता से सुख समृद्धि की कामना की। बालेश्वर महादेव के उपासक द्वारिका प्रसाद भट्ट ने बताया कि यहां पर सदियों पुराना मंदिर है। हर तीसरे वर्ष होने वाले थौल का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र की समृद्धि और खुशहाली है। बताया कि क्षेत्र में फसल काटने का दिन भी देवता ही चयनित करता है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिनेश लाल ने बताया कि देवता की शक्ति अपार है। एक बार जब देवता को देवप्रयाग गंगा स्नान के लिए ले जाया गया तो देवता उपासक त्रिशूल सहित बीच नदी में कूद गए और कुछ देर बाद सकुशल बाहर निकल आए। जिस कारण देवप्रयाग में अपना परचम दिखाते हुए वहां की जनता ने देवप्रयाग में क्षेत्रपाल देवता का मंदिर निर्माण करवाया। साथ ही तत्कालीन टिहरी नरेश ने ताम्रपत्र भेंट किया। इस मौके पर आयोजन समिति के अध्यक्ष हुकम सिंह बिष्ट, सचिव धनपाल नेगी, प्रधान विक्रम नेगी, नीलम भट्ट, जितेंद्र कठैत, राकेश बिष्ट, रमेश रतूड़ी, बिहारी भट्ट, बिजेंद्र परमार, नरेंद्र बिष्ट, राजेंद्र परमार, सोहन सिंह, कीर्ति सिंह, भीम सिंह, आलोक जखेड़ी, उत्तम कठैत, कविता मिश्रवाण, बर्फेश्वर, गुड्डी देवी, ममता, अनीता आदि मौजूद थे। (एजेंसी)