भाजपा के सियासी समीकरण में फिर फिट हुए धामी, छह महीने के कार्यकाल में बढ़ा सियासी कद
हल्द्वानी ।खटीमा से दो बार विधायक रह चुके मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर भाजपा के सियासी समीकरण में फिट हो गए हैं। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में उनके छह महीने के काम पर मुहर लगा दी है। इसके जरिये कई और समीकरण साधने की भी कोशिश की गई है।
विधानसभा चुनाव 2022 में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में दोबारा आई भाजपा ने 11 दिन बाद सीएम के नाम की घोषणा कर दी है। हालांकि धामी विधानसभा चुनाव में सीएम पद का चेहरा थे, लेकिन वह अपनी परंपरागत खटीमा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे। इसके बाद से ही सीएम पद को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया था। फिर भी उनके सीएम की रेस में सबसे आगे होने की चर्चा कम नहीं हुई।
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राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की भी चर्चा होने लगी थी, लेकिन भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के सियासी समीकरण का मिजाज समझा। 2024 के लोकसभा चुनाव को भी ध्यान में रखा। यही कारण है कि तमाम बिंदुओं में धामी ही फिट नजर आए। सोमवार को पर्यवेक्षक बनकर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान कर दिया।
वहीं धामी खटीमा से दो बार के विधायक हैं। राज्य की राजनीति में भी उनका लंबा राजनीतिक अनुभव है। वह दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जब धामी चार जुलाई, 2021 को सीएम बने थे। इसके बाद से ही उनके ताबड़तोड़ निर्णयों की चर्चा भी देश भर में होने लगी थी।
आम लोगों के बीच उन्होंने अपनी अलग ही छवि कायम कर ली थी। यही कारण था कि विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद धामी को ही सीएम बनाने जाने को लेकर इंटरनेट मीडिया में भी अभियान छिड़ गया था। सीएम पद के तमाम दावेदारों के बीच पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भी यही रास आया।