दिव्यांग दिवस पर बांटे 200 कंबल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गुरूवार को विश्व दिव्यांग दिवस को सेवा कुंदन ग्राम आश्रम भाबर में डेढ़ सौ दिव्यांगों के साथ मनाया गया। इस मौके पर सक्षम संस्था के तत्वाधान में दो सौ दिव्यांगों के बीच कंबल वितरण किया गया।
सक्षम संस्था के अध्यक्ष कपिल रतूड़ी ने बताया 3 दिसंबर 1992 से संयुक्त राष्ट्र संघ एवं पूरा विश्व को दिव्यांग दिवस के रूप में मना रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे विकलांगों को दिव्यांग की संज्ञा दी। आज के दिन को दिव्यांग दिवस घोषित किया। उन्होंने कहा कि अगर दृढ़ इच्छा शक्ति और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरदान बन जाता है। योगेन्द्र रावत ने बताया कि राष्ट्रीय कौशल नीति विभिन्न योजनाओं के रूप में पेंशन एवं सहायता प्रदान कर रहे हैं। सम दृष्टि क्षमता विकास अनुसंधान मंडल सक्षम आरएसएस के द्वारा दिव्यांगों को 200 गर्म कंबल बांटे गए। कार्यक्रम में पीआरडी के जवानों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन गौरव जोशी ने किया। कार्यक्रम में गिरिराज रावत, डीपी ध्यानी, गढ़वाल सभा के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश शर्मा, शंकर दत जोशी, प्रदीप रावत, पिंकी खंतवाल, गोविन्द डंडरियाल आदि मौजूद थे।
दिव्यांगजनों की सहायता के लिए आगे आने का आह्वान किया
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। अमर शहीद स्मृति कल्याण संस्था के तत्वावधान में विश्व दिव्यांग दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण बड़थ्वाल ने लोगों से दिव्यांगजनों की सहायता के लिए आगे आने का आह्वान किया। साथ ही दिव्यांगजनों से भी कहा कि वे दिव्यांगता को अभिशाप न मान कुछ ऐसा करें, जिससे समाज को उन पर गर्व हो।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सैनिक सुभाष कुकरेती ने कहा कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं है बल्कि दुनिया के लिए तथा राष्ट्र में दिव्यांगजनों के लिए कुछ करने की प्रेरणा है। दिव्यांग जनों की सेवा ही इश्वर की सच्ची पूजा है। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष भोपार्ल ंसह रावत ने कहा कि संस्था दिव्यांग जनों के विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत है। संस्था के माध्यम से दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कौशल विकास प्रशिक्षण देकर उनका विकास किया जा रहा है। कार्यक्रम में उदयराम सेमवाल, बीरा रावत, गोदाम्बरी, रेखा, कांति, महेश्वरी, शांति, हरीश, दीपक कुमार, कृष्णा, आकांक्षा, ओम प्रकाश आदि उपस्थित रहे।