भूख हड़ताल पर बैठे पर्यावरण मित्र की नहीं ली सुध
रुद्रप्रयाग। बीते लम्बे समय से नगर पालिका द्वारा नौकरी से हटाए गए पर्यावरण मित्र रामपाल सिंह की भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जा रही है। अपनी मांग पर अडिग पर्यावरण मित्र के स्वास्थ्य में अब धीरे-धीरे गिरावट आने लगी है, किंतु नगर पालिका और प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा है। सफाई कर्मी के तौर पर काम पर लेने की अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर पर्यावरण मित्र रामपाल का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। नगर पालिका कार्यालय परिसर में अनशन पर बैठे रामपाल ने बताया कि वह वर्ष 2014 से नगर पालिका में कार्यरत हैं जबकि कोरोना के दौरान उन्होंने जान जोखिम में डालकर सेवाएं दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना वजह 7 महीने पूर्व नगर पालिका द्वारा उन्हें नौकरी से हटा लिया गया है जबकि इन सात महीनों का कोई वेतन नहीं दिया। जिससे उनके सामने परिवार पालने का संकट पैदा हो गया। साथ ही आर्थिक तंगी के कारण उनके पास धरने पर बैठने के सिवा कोई रास्ता नहीं था। रामपाल ने कहा कि नगर पालिका के पास बार बार गुहार लगाने के बाद भी उनकी कोई नहीं सुन रहा है। जिससे मजबूर होकर उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। कहा कि जब तक पालिका द्वारा उनकी मांग पूरी नहीं की गई आंदोलन जारी रहेगा।