नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में डीजल से चलने वाले हल्के वाहनों के संचालन व प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही पैनल ने इलेक्ट्रिक या सीएनजी पर नहीं चलने वाले ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। वहीं, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बाद ग्रैप का स्टेज-4 लग गया है।
कई विद्यालयों ने पढ़ाई बंद करने से इनकार किया है क्योंकि इसे शैक्षणिक पठन-पाठन की गति बाधित होगी। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बुधवार को दिल्ली सरकार से राजधानी के विद्यालयों को वायु गुणवत्ता सुधरने तक बंद करने के लिए कहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को भी श्गंभीरश् श्रेणी में बनी रही। डीपीएस इंदिरापुरम की प्रधानाचार्य संगीता हजेला ने कहा कि वायु गुणवत्ता खासकर इस मौसम में बहुत खराब हो जाती है, लेकिन विद्यालयों को बंद कराने से शैक्षणिक पठन-पाठन की गति बाधित होगी।
हजेला ने कहा कि बोर्ड की परीक्षा होने में केवल पांच महीने रह गये हैं और विद्यार्थी प्री-बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता भी जायज है। हजेला ने कहा कि विद्यार्थियों को पोषण युक्त फलों और सब्जियों के सेवन के लिए प्रोत्साहित किया गया है। हजेला ने कहा, श्श् प्रदूषण रोधी मास्क विद्यार्थियों में वितरित कराये जा रहे हैं। अहम स्थानों पर एयर प्यूरीफायर लगाये गये हैं ताकि वातावरण शुद्घ रहे।श्श्
एमआरजी स्कूल, रोहिणी के प्रधानाचार्य अंशु मित्तल ने कहा कि वह हर विद्यार्थियों को एक लिखित पुस्तिका प्रदान करने की योजना बना रहे हैं जिसमें बताया जाएगा कि वे किस तरह के भोजन, पेय पदार्थ और आदतों को अपनी दिनचर्या में शुमार करें। शालीमार बाग स्थित मडर्न पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य अल्का कपूर ने कहा कि उनके विद्यालय ने बाहरी गतिविधियों पर अस्थायी रूप से पाबंदी लगा दी है।
कपूर ने कहा कि सभी विद्यार्थियों के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है और प्रदूषण से बचाव के लिए श्वसन अभ्यास, योग और अन्य चीजों के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। गाजियाबाद स्थित सिल्वरलाइन प्रेस्टीज स्कूल के निदेशक नमन जैन ने कहा कि जब भी सरकार की ओर से इस बाबत कोई आदेश आयेगा तो इस पर हम उचित कदम उठाते हुए विद्यालय बंद कर देंगे।