जेट एयरवेज के फिर से उड़ान भरने की राह आसान, कंसोर्टियम को स्वामित्व सौंपने का निर्देश
नई दिल्ली , एजेंसी। आईबीसी के तहत जेट एयरवेज का अधिग्रहण करने के लिए बोली जीतने वाली जालान-कालरक कंसोर्टियम को एनसीएलटी ने एक बड़ी राहत दी है। नेशनल कंपनी ल ट्रिब्यूनल (छब्स्ज्) ने शुक्रवार को ग्राउंडेड एयरलाइंस का स्वामित्व कंसोर्टियम को स्थानांतरित करने को मंजूरी दे रही है। ट्रिब्यूनल ने पूर्व में स्वीत एयरलाइंस के पुनरोद्घार योजना के तहत स्वामित्व सौंपने का निर्देश दिया है। एनसीएलटी ने बोली जीतने वाले कंसोर्टियम को बकाएदारों का बकाया चुकाने के लिए अतिरिक्त समय भी दे दिया है।
एनसीएलटी का ताजा फैसला कंसोर्टियम की ओर से दाखिल की गई दो याचिकाओं की सुनवाई के बाद आया है। एक याचिका में कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज का स्वामित्व हस्तांतरण की मांग की थी। वहीं, दूसरी याचिका में कर्जदारों का पैसा चुकाने के लिए और समय देने की मांग की गई थी। इससे पहले ट्रिब्यूनल ने कंसोर्टियम को जेट एयरवेज के कर्जदारों का पैसा चुकाने के लिए 16 नवंबर 2022 का समय दिया था।
बीते चार साल से ग्राउंडेड जेट एयरवेज के संबंध में ट्रिब्युनल का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब कसोर्टियम और एयरलाइंस केाणदाताओं के बीच मनमुटाव की खबरें आ रही थीं। शुक्रवार को ट्रिब्युनल ने जलान-कलरक कंसोर्टियम को एयरलाइन का स्वामित्व हस्तांतरण करने का निर्देश दिया है। साथ ही एनसीएलटी ने सभी बकायेदारों का पैसा चुकाने के लिए कंसोर्टियम को अतिरिक्त छह महीने का समय दिया है। ऐसे में अब कंसोर्टियम को जेट एयरवेज के सभी बकाएदारों और कर्मचारियों का पैसा चुकाने के लिए मई मध्य तक का समय मिल गया है।
कंसोर्टियम ने एक बयान में कहा, ष्हम विस्तृत फैसले का इंतजार कर रहे हैं, फैसला आने के बाद ही हम उससे जुड़े विवरणों के बारे में बता पाएंगे। बयान में कहा गया है, ष्हम जेट एयरवेज केाणदाताओं और सभी हितधारकों को हमारे पक्ष में उनके निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं। हम एयरवेज के विमानों को फिर से आकाश में भेजने के लिए तत्पर हैं।