जल जीवन मिशन फेज-2 कार्यो की प्रगति के संबंध में डीएम ने ली बैठक
– धीमी प्रगति से किए जा रहे कार्यो पर डीएम नाराज
बागेश्वर। जनपद में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत फेज-2 में करायें जा रहें कार्यो की प्रगति के संबंध में जिलाधिकारी विनीत कुमार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत फेज-2 में संबंधित विभागों द्वारा धीमी प्रगति से किए जा रहे कार्यो पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। कहा कि यदि संचालित कार्यो में त्वरित गति से प्रगति नहीं लाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई अमल मे लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना भारत सरकार एवं राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक घर को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराना है। उन्होंने पेयजल निगम, जल संस्थान तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके द्वारा इस योजना के अंतर्गत जो भी कार्य कराए जाने हैं, उन्हें तत्काल कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन योजनाओं में अभी तक सर्वेक्षण का कार्य नहीं किया गया है, उनसे संबंधित अधिकारियों द्वारा त्वरित गति से सर्वेक्षण का कार्य कराते हुए उन योजनाओं की डीपीआर तत्काल तैयार करते हुए स्वीकृति हेतु उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि संचालित योजना हेतु जल्द से जल्द धनराशि स्वीकृत करायी जा सके, इस कार्य में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों तथा स्वास्थ केंद्रों में पेयजल संयोजन नहीं हुआ है, तो इसके लिए त्वरित गति से कार्य करें। बैठक में अधिशासी अभियंता जल निगम सीपीएस गंगवार ने अवगत कराया कि जनपद में 840 राजस्व ग्राम है, जिसमें जल निगम के पास 565 तथा जल संस्थान के 275 है। जिनमें जल निगम द्वारा 417 तथा जल संस्थान द्वारा 209 योजनाओं पर ग्राम पंचायत स्तर पर से अनुमोदित की गयी है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डीडी पंत, प्रभागीय वनाधिकारी हिंमाशु बगरी, जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी परियोजना निदेशक शिल्पी पंत आदि मौजूद रहे।