दोबारा नियुक्ति नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकों में आक्रोश
बागेश्वर। दोबारा नियुक्ति नहीं मिलने से जिले के अतिथि शिक्षकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विधायक चंदन राम दास को दिए ज्ञापन में कहा है कि आवेदन किए दो महीने बीत चुके हैं। इसके बावजूद नियुक्ति नहीं मिली है। उन्होंने अन्य जिलों की तर्ज पर जल्द नियुक्ति नहीं देने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। बुधवार को अतिथि शिक्षक विधायक आवास पहुंचे, जहां उन्होंने ज्ञापन दिया। कहा कि 2015 से 2018 तक वे अतिथि शिक्षक के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष एक सितंबर से 17 सितंबर के बीच दोबारा नियुक्ति की विज्ञप्ति के बाद उन्होंने आवेदन दिए थे। दो महीने का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक काउंसलिग नहीं हुई है। कहा कि इधर विद्यालय भी खुल चुके हैं, लेकिन अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति देने के बारे में गंभीरता से कार्य नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चमोली आदि जिलों में नियुक्ति देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन जिले में अब भी इंतजार चल रहा है। कहा कि बच्चों के पठन-पाठन पर भी शिक्षकों की कमी का असर पड़ेगा। कोरोना संक्रमण के कारण लंबे समय से स्कूल बंद हैं। 10 और 12वीं की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। यदि इस समय छात्र-छात्राओं को पढ़ाई नहीं हुई तो इसका असर उनके भविष्य पर पड़ेगा। उन्होंने स्कूलों में शिक्षकों की कमी और अतिथि शिक्षकों के हितों को देखते हुए जल्द नियुक्ति देने की मांग की। इस मौके पर कमला गढ़िया, पूनम बिष्ट, विमला धपोला, भावना लोहनी, कन्हैया वर्मा, विनोद कर्नाटक, किशन नेगी आदि मौजूद रहे।