श्रीनगर गढ़वाल : राजकीय मेडिकल कॉलेज के ऑडोटोरियम में शनिवार को एक दिवसीय डर्मेटोपैथोलॉजी पर सीएमई का आयोजन किया गया। जिसमें देश व प्रदेश भर के विभिन्न अस्पतालों से विषय विशेषज्ञ ने डर्मेटोपैथोलॉजी में किये गये शोध कार्यों पर चर्चा करते हुए उन्हें त्वचा रोगों और उनके निदान के लिए बेहतर से बेहतर कार्य मरीज हित में करने का आह्वान किया गया।
सीएमई में पीजी छात्रों ने पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से भी डर्मेटोपैथोलॉजी पर अपने शोध कार्य दर्शाए। पोस्टर एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में डॉ. अलका गुप्ता ने प्रथम, डॉ. मोहम्मद आशिफ सिद्दक्की ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं कार्यक्रम के संरक्षक डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि ऐसे ऐकेडमिक कार्यक्रम मेडिकल कॉलेज में होने से चिकित्सालय में आने वाले लोगों की चिकित्सा सेवा में लाभ मिलेगा। प्राचार्य ने कहा कि ऐसी सीएमई से चिकित्सा शिक्षा के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही चिकित्सा सेवा अपडेट रहती है। इससे नये ज्ञान व कौशल मे गुणात्मक सुधार होता है, जो मरीजों के हित है। प्रो. रावत ने कहा कि सीएमई के आयोजन से अन्य पीजी छात्रों के शोध कार्यों में बढ़ावा मिलता है और गुणवत्तापरक शोध कार्य होता है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि चिकित्सा सेवा में इस तरह की सीएमई के लिए महत्वपूर्ण रोल होता है और इस तरह के आयोजन से चिकित्सक और रोगविज्ञानी रोगी देखभाल के लिए मिलकर काम करते हैं। इस मौके पर आर्गेनाइजिंग चेयरमैन एवं पैथोलॉजी विभाग एचओडी प्रो. गजाला रिजवी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. विनिता रावत, ब्लड़ बैंक प्रभारी डॉ. सतीश कुमार, डॉ. दीपा हटवाल, डॉ. शीला चौधरी, डॉ. सचान भट्ट, डॉ. पवन भट्ट, डॉ. वरुण प्रसाद, डॉ. निरंजन गुंजन कुमार, डॉ. रिचा, डॉ. अनिल द्विवेदी सहित मौजूद थे। (एजेंसी)