डा. सुजाता संजय की ऑडियो पुस्तक महिला दर्पण रिकॉर्ड बुक में शामिल
देहरादून। संजय आर्थोपेडिक, स्पाइन व मैटरनिटी सेंटर देहरादून की प्रसिद्ध स्त्री एंव प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा0 सुजाता संजय द्धारा रचित ऑडियो पुस्तक महिला दर्पण को इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड बेस्ट ऑफ इंडिया रिकार्ड में शामिल किया गया है। डा0 सुजाता संजय द्धारा मार्च में महिला दर्पण पुस्तक की ऑडियो संस्करण का विमोचन मार्च 2019 केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री भारत सरकार रमेश पोखरियाल निश्ांक ने किया था। डॉ. सुजाता संजय के नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा के कार्यो को हमेशा ही सरहाया गया है। ष्महिला दर्पण ष् पुस्तक का डिजिटल ऑडियो स्वरूप निकाला गया हैडा0 सुजाता संजय ने बताया जो महिलायें देख नहीं सकती या ब्रेल पड़ने में असमर्थ हैं वो ऑडियो के माध्यम से सुन सकती हैं और अपने शरीर में होने वाली परिवर्तन व कठिनाइयों को समझ सकती हैं। यह ऑडियो संस्करण विश्व की पहली हिंन्दी ऑडियो स्वास्थ्य पुस्तक है। इस किताब के माध्यम से महिलाएं अपने शरीर में होने वाली समस्याओं व बिमारियों के बारे में सुन सकती हैं जो कि उन्हें उपचार में मददगार होगीडॉ0 सुजाता संजय द्वारा वर्ष 2018 में विश्व की प्रथम ब्रेल लिपि महिला दर्पण में स्वास्थ्य पुस्तक लिखी गई है। विशेष तौर से दृष्टिबाधित महिलाओं के कल्याण हेतु समर्पित डॉ0 सुजाता संजय द्वारा रचित पुस्तक का विमोचन बेबी रानी मौर्या दृमाननीय राज्यपाल,उत्तराखण्ड द्वारा किया गया। इस पुस्तक को इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड व इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज हैडॉ0 सुजाता संजय द्वारा 9 साल की अवधि में 275 से भी अधिक नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविरों द्वारा 7800 से भी अधिक मरीजों को स्वास्थ्य लाभ दिया। डॉ0 सुजाता संजय ने बताया कि हमारे राज्य की महिलाओं की स्वास्थ्य स्थिति को ठीक करने के लिए वर्ष 2010 में नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर करने का ध्येय कियाउनका मानना है कि महिलाएं अपने घर-परिवार की देखरेख एवं पारिवारिक समस्याओं के चलते अपने स्वास्थ्य को अनदेखा कर देती है जिसकी वजह से उनको शारीरिक परेशानियाँ घेर लेती है। इसको देखते हुए मैंने देहरादून के आसपास एवं पहाडी क्षेत्रों में जाकर नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण कियाडॉ0 सुजाता संजय का चयन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देश की 100 वीमेन ऑफ अचीवर्स के लिये चुना गया था। जिन्हें राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। यह सम्मान उन्हें नि:स्वार्थ चिकित्सा एवं समाज सेवा के लिए दिया गया।