पेयजल किल्लत वाले इलाकों में टैंकरों से करें पानी की आपूर्ति
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : गर्मियों के दस्तक देते ही पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए जिले में रोड मैप तैयार हो गया है। गर्मियों में पेयजल की समस्या वाले इलाकों में प्रभारी डीएम एवं सीडीओ गिरीश गुणवंत ने पेयजल विभाग के अधिकारियों को तैयारी पूरी करने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन गांवों में पेयजल संबंधित शिकायत आती है, वहां तत्काल समाधान हो। साथ ही जिन डिवीजनों के पास पानी के टैंकरों की कमी है, वहां निजी टैंकरों के लिए समय से अनुबंधित कर लिया जाए। पेयजल किल्लत की शिकायतों को दूर करने के लिए बने कंट्रोल रूम में जो भी शिकायतें दर्ज हैं, उनको भी प्राथमिकता से लिया जाए।
मंगलवार को जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए सीडीओ ने पेयजल विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिन इलाकों में पेयजल की समस्या अधिक है वहां टैंकरों से आपूर्ति की जाए। जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों को पिछले साल हुई बैठक की अनुपालन आख्या दो दिन के भीतर देने के लिए भी कहा। संभावित पेयजल किल्लत वाले क्षेत्रों के चिन्हित 289 गांवों में अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट भी उन्होंने तलब की। बैठक में जल संस्थान और पेयजल विभाग के अफसरों ने बताया कि 289 गांवों में से 264 गांव में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल व्यवस्था सुचारु की गई है। चार गांवों में अन्य विभागीय योजनाओं से जलापूर्ति की जा रही है। 19 गांवों में जेजेएम के तहत पाइप लाइन का काम किया जा रहा है और फिलहाल इनमें पुरानी पेयजल योजनाओं से पानी दिया जा रहा है। प्रभारी डीएम ने कहा कि चिन्हित गांवों में पेयजल की समस्या सामने आती है तो, टैंकरों के जरिए उपभोक्ताओं को पानी उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने सभी बीडीओ को कहा कि वे अपने स्तर पर भी पेयजल किल्लत वाले गांवों की जानकारी देते रहें, ताकि संबंधित विभाग किल्लत को दूर करने के लिए कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि जेजेएम में जो भी काम अभी चल रहे है उन्हें जल्दी पूरा किया जाए। बैठक में अफसरों ने बताया कि 2575 में से 2541 योजनाओं का काम पूरा किया गया है। 34 काम चल रहे हैं। इसके अलावा सभी 110723 पेयजल कनेक्शनों का भी काम पूरा हो गया है। बैठक में एसई जल निगम मो. मीशम, एसडीओ फॉरेस्ट आयशा बिष्ट, ईई जल संस्थान एसके रॉय, पीडी स्वजल दीपक रावत, ईई जल निगम रवि दत्त सहित अन्य अफसर वर्चुअल माध्यम से जुड़े।