बीपीएससी 67वीं की परीक्षा पेपर लीक होने से रदय पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने दिया था एग्जाम
पटना, एजेंसी। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की रविवार को आयोजित 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रद कर दी गई है। एग्जाम शुरू होने के 15 मिनट पहले प्रश्न पत्र वायरल होने की बात कहते हुए छात्रों ने राज्य के कई परीक्षा केंद्रों पर जमकर हंगामा किया था। इसके बाद आयोग ने तीन सदस्यी कमेटी गठित कर लीक प्रश्न पत्र की जांच करने की बात कही थी। कमेटी के गठन के कुछ ही देर बाद लीक पेपर की पुष्टि करते हुए परीक्षा रद करने की जानकारी अयोग की ओर से दी गई है। इसके साथ ही आयोग ने मामले की जांच साइबर सेल से कराने के लिए बिहार के डीजीपी से अनुरोध किया है। इस संबंध में बिहार लोक सेवा आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया है। 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में करीब साढ़े पांच लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया था।
आयोग के अनुसार बीपीएससी की ओर से सभी परीक्षा केंद्रों पर दंडाधिकारी, पुलिस बल की उपस्थिति में सील पश्न-पत्र उपलब्ध कराया जाता है। इसे परीक्षा केंद्रों पर वहां प्रतिनियुक्त स्टैटिक दंडाधिकारी की उपस्थिति में परीक्षा प्रारंभ होने के आधा घंटा पूर्व सील प्रश्न-पत्र खोलने की अनुमति होती है। परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की एक घंटा पहले चेकिंग करते हुए प्रवेश दिया जाता है। आधा घंटा पहले परीक्षा कक्ष में आवंटित सीट पर अभ्यर्थी को बैठाया जाता है। किसी भी परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाता है। किसी भी परीक्षार्थी एवं वीक्षक का परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाना वर्जित है।
छात्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि सुबह 11 बजे से ही विभिन्न टेलीग्राम व वाट्सऐप ग्रुप पर बीपीएससी 67वीं का प्रश्न पत्र वायरल था। मामले को लेकर 11रू49 में ही बउइपींत-इपी पर सभी वायरल प्रश्न पत्र को ई-मेल कर सूचना दे दी गई थी। तब ई-मेल के माध्यम से आग्रह क्या था कि प्रश्न पत्र वायरल है, मामले की जांच कराई जाए। परीक्षा के बाद वायरल प्रश्न पत्र को भी अभ्यर्थियों ने सही बताया। सभी प्रश्न वायरल प्रश्न से मैच हो रहे थे। दिलीप ने कहा कि मामले में आयोग सीबीआइ जांच की सिफारिश करे। यदि ऐसा नहीं होता है तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रविवार को राज्य के सभी जिलों के 1083 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई। पटना में 55,710 परीक्षार्थियों के लिए 83 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 802 पदों के लिए पहली बार रिकार्ड छह लाख से अधिक आवेदन परीक्षा के लिए आए थे। एग्जाम दोपहर 12 बजे से दो बजे तक आयोजित हुआ। आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि इस परीक्षा के लिए 6,02,221 अभ्यर्थियों ने आनलाइन आवेदन किया था। सभी परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू की गई थी। परीक्षा के लिए सभी जिलों के डीएम को सह परीक्षा संयोजक बनाया गया था।