भूकंप के झटकों से डोली उत्तराखंड की धरती
बागेश्वर। उत्तराखंड की धरती सोमवार को भूकंप के झटकों से हिल उठी । बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में विभिन्न स्थानों पर सोमवार की दोपहर 12 बजकर 19 मिनट में झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3़7 मैग्नीट्यूट है। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ बताया जा रहा है। कांडा, कपकोट, मुख्यालय में झटके से फिलहाल कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि नुकसान की जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल कोई सूचना नही है।
भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील है। बागेश्वर जिला भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। इसी साल 12 फरवरी को भी उत्तराखंड के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
हिमालयी क्षेत्रों में ग्लेशियरों के लिए भी छोटे भूकंप खतरा बन सकते हैं। ढाई से तीन रिक्टर स्केल तक भूकंप आना आम बात है। इतनी कम तीव्रता के भूकंप महसूस नहीं होते हैं, लेकिन ये ग्लेशियरों में कंपन पैदा कर उनको कमजोर बनाते हैं, जिससे ग्लेशियर धीरे-धीरे कमजोर पड़ जाते हैं। ऐसे में बड़ा भूकंप आने की दशा में ग्लेशियरों के टूटने की आशंका ज्यादा रहती है।
उत्तराखंड के साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के पूर्वानुमान की अब और अधिक सटीक जानकारी मिलेगी। भाभा एटमिक रिसर्च सेंटर मुंबई और यूसर्क की ओर से देहरादून के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता में राज्य का पहला रेडान सेंटर स्थापित किया गया है।