दो माह में पूरा करें मोटर पुल का निर्माण: ईई
चमोली। करीब पांच साल से कपीरी, दशोली और चांदुपर पट्टी के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले पिंडर नदी पर मोटर पुल निर्माणाधीन है। भले ही पुल का काम पूरा होने का समय बीत गया हो लेकिन पुल अब भी पूरा नहीं बन पाया है। लगातार शिकायत के बाद सोमवार को लोनिवि गौचर के अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारियों ने पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही निर्माणदायी एजेंसी को दो माह में काम पूरा करने के निर्देश दिए।
विकासखंड के डिम्मर, कोलाडुंग्री, सुमल्टा, बणसोली सहित दर्जनों गांवों को सिमली और चांदपुर पट्टी के अन्य गांवों को जोड़ने के लिए सिमली में पिंडर नदी पर करीब नौ करोड़ की लागत से पुल का निर्माण पूर्ववर्ती सरकार ने शुरू किया। लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। ऐसे में ग्रामीणों ने लगातार शिकायत की। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की लापरवाही के चलते दिक्कतें हो रही हैं। वहीं सोमवार को लोनिवि गौचर के ईई दीपक विजल्वाण ने कहा कि पुल का निर्माण कर रही एजेंसी को दो माह में पुल का निर्माण पूरा करने के लिए कहा गया है।
काम लटके तो एस्टीमेट बढ़ेरू विकासखंड में तमाम मोटर पुल इसका उदाहरण हैं कि जिसका काम लटका, उसका एस्टीमेट बढ़ा। कर्णप्रयाग में मुख्य बाजार में पिंडर नदी पर बना मोटर पुल भी लटका। जिसके बाद इसका एस्टीमेट बढ़कर दोगुना हुआ। वहीं आमसोड़-सेरागाड़ सड़क को जोड़ने के लिए आमसोड़ का पुल भी एस्टीमेट बढ़ने के बाद पूरा हुआ। अब सिमली मोटर पुल का निर्माण भी लटका हुआ है। हालांकि शुरुवाती दौर में करीब पांच करोड़ में बनने वाला पुल अब नौ करोड़ तक पहुंच गया है।