कोटद्वार के स्कूलों की हालत सुधारने को आठ करोड़ का प्रस्ताव
-विधानसभा अध्यक्ष ने इस प्रस्ताव को शासन को भेजने के दिए निर्देश
कोटद्वार/देहरादून : आठ करोड़ रुपये की लागत से कोटद्वार क्षेत्र के सभी स्कूलों के भवनों की मरम्मत व कई आधारभूत सुविधाओं को उपलब्ध कराया जा सकता है। जिससे बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा देने में सहायता मिलेगी। यह कहना है शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का। विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण ने अधिकारियों को उक्त प्रस्ताव को शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को विधानसभा भवन, देहरादून में शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की बैठक लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार क्षेत्र के स्कूलों की संख्या व उनकी स्थिति की जानकारी ली। विधानसभा अध्यक्ष ने विभागीय ढांचा, विद्यालय भवनों, शिक्षकों, स्मार्ट क्लासेज, शौचालय, फर्नीचर एवं पुस्तकों की व्यवस्था सहित तमाम बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट विद्यालयों की संख्या एवं उन विद्यालयों में छात्र संख्या, शिक्षकों की स्थिति एवं अवस्थापना सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को स्कूलों की दशा बेहतर करने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का माहौल बनाने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता न किया जाए।
इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 4 शैक्षणिक संकुल हैं। जिनमें झंडीचौड़, मोटाढ़ाक, सीताबपुर एवं नगर क्षेत्र कोटद्वार शामिल हैं। इन चारों शैक्षणिक संकुल में 44 प्राथमिक विद्यालय, 11 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 5 हाई स्कूल एवं 14 इंटरमीडिएट विद्यालय वर्तमान में चल रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि लगभग आठ करोड़ रुपये की लागत से सभी 71 विद्यालयों की स्थिति को सुधारा जा सकता है। जिसमें कि 27 अतिरिक्त कक्ष भी बनाए जा सकते हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्कूलों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कार्य योजना बनाकर शासन को प्रस्ताव भेजें। साथ ही जल्द से जल्द धनराशि स्वीकृत करा कर स्कूलों को बेहतर बनाया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अस्थापना सुविधा विकसित करने, स्मार्ट क्लासेस बनाए जाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने नई शिक्षा नीति एवं स्कूलों में संस्कृत शिक्षा दिए जाने संबंधित विषय पर भी अधिकारियों से बातचीत की। इस अवसर पर विद्यालयी शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक आरके कुंवर, अपर निदेशक एमएस बिष्ट, अपर निदेशक एसपी खाली, खंड शिक्षा अधिकारी दुगड्डा अभिषेक शुक्ला, मुख्य शिक्षा अधिकारी पौड़ी डॉ. आनंद भारद्वाज, अपर निदेशक बेसिक वीएस रावत आदि मौजूद रहे।