सगंध पादपों के उत्पादन को बढ़ावा देने पर दिया जोर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जड़ी-बूटियों एवं सगंध पादप के उत्पादन व विपणन में क्रेता -विक्रेता की एक दिवसीय कार्यशाला में डीएम ने पांच उत्पादों को क्लस्टर के रुप में उत्पादन को लेकर ठोस रुपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि कहा कि जड़ी-बूटी व सगंध पादपों के उत्पादन को बढावा देने के लिए विभाग किसानों को हर सम्भव मदद की जाए।
डीएम सभागार में आयोजित बैठक में डीएम डा.आशीष चौहान ने जड़ी-बूटियों एवं सगंध पादप के उत्पादन व विपणन के संबंध में क्रेता-विक्रेता कार्यशाला में कुटकी, हल्दी, बड़ी ईलाइची, आवला व बिच्छू घास के उत्पादन के लिए ठोस रुपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि यह ऐसे उत्पाद है जिनकों जंगली जानवरों से नुकसान की बहुत कम सम्भावना रहती है। उन्होने किसानों को इन उत्पादों की खेती को बढानें के लिए प्रोत्साहित किया। डीएम ने विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों को कहा कि स्थानीय जड़ी-बूटियों व सगंध पादपों के उत्पादन को बढानें के लिए वे अपने स्तर से भी कलस्टर विकसित कर सकते है। बैठक में सीडीओ अपूर्वा पांडे, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेन्द्र कुमार, जिला उद्यान अधिकारी डा.डीके तिवारी, कृषक भैषज इकाई राजेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र चंद, रामसिंह रावत, सहदेव सिंह आदि शामिल थे।