शिक्षकों और बच्चों में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने पर दिया जोर
श्रीनगर गढ़वाल : राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, उत्तराखंड एवं भारतीय विज्ञान एवं शिक्षा अनुसंधान संस्थान पुणे की पहल पर एसटीईएम तकनीकों एवं नवीनतम शैक्षणिक उपकरणों का उपयोग कर विद्यार्थियों में गणित एवं विज्ञान की अभिरुचि विकसित करने के उद्देश्य से विज्ञान एवं गणित शिक्षकों को इंस्पायरिंग इंडिया इन रिसर्च इनोवेशन इन एसटीईएम एजुकेशन के अंतर्गत तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसका उद्देश्य शिक्षकों और छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ाना है।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव पौड़ी गढ़वाल में रुद्रप्रयाग, पौड़ी और चमोली जनपद के 72 शिक्षकों का प्रशिक्षण का शुभारंभ हो गया है। इसका उदघाटन डायट के प्राचार्य एलएस दानू ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा यह कार्यशाला विज्ञान और गणित के मूलभूत सिद्धांतों को व्यवहारिक जीवन से जोड़ते हुए वास्तविक समझ बच्चों में विकसित करने हेतु शिक्षकों के लिए सहायक होगी। इस मौके पर डायट पौड़ी, रुद्रप्रयाग समन्वयक डॉ. नारायण प्रसाद उनियाल, शिवानी रावत, डॉ. विनोद यादव एवं डॉ. महावीर सिंह कलेठा ने कहा कि यह प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक कक्षाओं हेतु उत्कृष्ट संसाधन केंद्र भौतिक विज्ञान एवं माध्यमिक कक्षाओं हेतु विज्ञान उत्कृष्ट संसाधन केंद्र विज्ञान के लिए भविष्य में उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षक जनपद रुद्रप्रयाग, चमोली और पौड़ी के माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान संदर्भ व्यक्ति के रूप में सहयोग करेंगे। कार्यक्रम में डायट के डा. जेएस पुंडीर, डॉ. जीएस लिंगवाल, आईआईएसईआर पुणे से श्रद्धा भूरकुंडे, नितिन तिवाने, मोहम्मद तकी, प्रज्ञा पुजारी, शिवानी पूलसे, संकेत राउत आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)