हल्द्वानी। जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों का निजीकरण के विरोध में धरना-प्रदर्शन जारी रहा। मंगलवार को कर्मचारियों ने तिकोनिया स्थित जल संस्थान कार्यालय के बाहर दो घंटे तक धरना दिया। उन्होंने सरकार पर कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। संयुक्त मोर्चा के मंडल संयोजक शीतल साह ने कहा कि जिन कार्यों को जल निगम और जल संस्थान करते हैं, उन्हें एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से कराने के पीटे सरकार और शान की मंशा केवल पेयजल सेक्टर का निजीकरण करने की है। कहा कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित पेयजल और सीवरेज कार्यों को उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) के हाथों में सौंपा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके विरोध में 31 जनवरी तक चरणबद्घ आंदोलन किया जा रहा है। यहां अरविंद कुमार, राजेन्द्र कुमार, पंकज कुमार, पूरन सिंह, सागर पंत, हरीश चन्द्र तिवारी, भुवन चन्द्र, यतेन्द्र सिंह रावत, कमला, ज्योति, लक्षिता उप्रेती, देवेन्द्र सिंह, संदीप बिष्ट, ष्ण कुमार बधानी रहे।